बरसात व नाबदान के गंदे पानी से होकर आने-जाने को विवश हैं खड़सरा अनुसूचित बस्ती के ग्रामीण ग्राम प्रधान की उदासीनता ग्रामीणों की जिंदगी बनी नारकीय

 

 

 

रिपोर्टर संजय सिंह

रसड़ा (बलिया) सरकार द्वारा गांवों को स्वच्छ एवं सुंदर साफ सफाई बनाए जाने की दिशा में सड़क, नाली आदि के निर्माण पर लाखों-करोड़ों खर्च कर रही है किंतु ग्राम प्रधानों के मनमाने लूट-खशोट रवैये व उदासीनता से रसड़ा ब्लाक के अनेक गांवों में नाली का अभाव व जल निकासी की समस्याएं बनी हुई हैं किंतु ये ग्रामप्रधान बिकास के मद में मिले पैसो को लूटने का कार्य करने बजह से ग्राम प्रधान ग्रामीणों की समस्याआें के समाधान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। कुछ एेसा ही हाल रसड़ा ब्लाक के खड़सरा गांव की अनुसूचित बस्ती की है जहां नाली व सड़क के निर्माण होने के बावजूद ग्राम प्रधान द्वारा जल निकासी की समस्या का समाधान नहीं कराए जाने से ग्रामीण बरसात व नाबदान के गंदे पानी से होकर आने-जाने को विवश हैं जिससे उनकी जिदंगी नारकीय बनी हुई है। इस विकट समस्या को लेकर बस्ती में अक्सर तनाव पूर्ण स्थिति कायम हो जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ दबंग किस्म के लोग बरसात के पानी बहने से रोक दिए हैं जिससे यह समस्या गहरा गई है। इस नासूर बनी समस्या के समाधान के लिए ग्रामीण ग्राम प्रधान अरविंद्र गोंड से कई बार समाधान की गुहार लगा चुके हैं किंतु ग्राम प्रधान द्वारा इसके समाधान में कोई भी पहल नहीं किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश गहराता चला जा रहा है। ग्रामीण संजय कुमार, मुकेश कुमार, सुमंत कुमार, मुन्नाराम, पुरूषोत्तम राम, दिनबंधु, जगदीश, भोला आदि ने चेतावनी दी है कि ग्राम प्रधान व प्रशासन द्वारा इस विकट समस्या के समाधान की दिशा में शीघ्र सार्थक पहल नहीं की जाती है तो वे धरना-प्रदर्शन को विवश होंगे जिसकी समस्मत जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

 

 

रसड़ा ब्लाक के खड़सरा अनुसूचित बस्ती में सड़क पर जमा बरसात व नाबदान का गंदा पानी।

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