Azamgarh:जनसुनवाई अधिकारी ने कहा विवादित भूमि की बिना पक्की पैमाइस की न कराए कोई भी निर्माण कार्य।

जनसुनवाई अधिकारी ने कहा विवादित भूमि की बिना पक्की पैमाइस की न कराए कोई भी निर्माण कार्य।

रिपोर्ट शिवम सिंह

दीदारगंज आजमगढ़

मार्टिनगंज तहसील अंतर्गत दीदारगंज थाना परिसर पर थाना दिवस के मौके जन सुनवाई करने पहुंचे मार्टिनगंज तहसीलदार राजू कुमार जहां जन सुनवाई में पहुंचे कुल 21मामले ।जिसमे राजस्व संबंधित मामलों को तहसीलदार ने क्षेत्रीय लेखपालों को जल्द निस्तारण कराने का निर्देश दिया वहीं जन सुनवाई में अमनावे गांव निवाशी जगदीश चौबे पुत्र स्व श्याम नारायण ने कहा की ग्राम सभा अमनावे में गाटा संख्या 178 रकबा 0.574 हे0 मेरी भूमिधारी है जिसपर पड़ोस के रहने वाले सुदामी देवी पत्नी भगेलू मौर्य द्वारा उक्त जमीन में अपना आवासीय पट्टा आवंटन बताते हुए आय दिन जबरन कब्जा करने का प्रयास करते रहते है इसके पहले उक्त विपक्षी लोगों ने मेरी भूमिधारी में जबरन लोहे की गुमटी रख दिए थे जिसे लेखपाल व राजस्व निरीक्षक के रिपोर्ट पर मुख्य राजस्व अधिकारी विनय कुमार गुप्ता के आदेश पर राजस्व टीम पुलिस बल के साथ हटवाई थी ।जिसके बाद भी उक्त विपक्षी लोग आय दिन मार पीट व जबरन कब्जा करने का प्रयास करते हैं जिसपर शिविल न्यायालय से स्थगन आदेश भी है। और उक्त विवादित भूमि के निस्तारण हेतु हमारे द्वारा मार्टिनगंज उपजिधिकारी न्यायालय में धारा 24 वाद भी दायर किए हैं जिसके सीमांकन व पत्थल नसब होने तक वहीं उक्त भूमि पर कोई निर्माण कार्य न हो । वहीं जन सुनवाई में पहुंचे दूसरे पक्ष ने कहा मेरा आवासीय आवंटन गाटा संख्या 178/503 में हुआ है वहीं क्षेत्रीय लेखपाल ने कहा गाटा संख्या 178 से कट कर 178/305 बना है जो अगल बगल है जिसका सीमांकन मौके पर धान की फसल लगने व जल जमाव के कारण संभव नहीं है। वहीं जन सुनवाई अधिकारी तहसीलदार राजू कुमार ने क्षेत्रीय लेखपाल से स्पस्ट रिपोर्ट मांगते हुए दोनो पक्षों को निर्देश देते हुए कहा की उक्त विवादित भूमि का पक्की पैमाईश होने तक कोई भी निर्माण कार्य न करें और शांति व्यवस्था बनाए रखें । वहीं प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मार्टिनगंज उपजिलाधिकारी रामानुज शुक्ला ने दीदारगंज एसएचओ एवं राजस्व निरीक्षक व लेखपाल को आदेशित करते हुए कहा की तत्काल मौके पर जाकर अवैध निर्माण रोके व माननीय सिविल न्यायालय के आदेश का अनुपालन कराएं जिससे मौके पर वाद के निस्तारण तक शांति बनी रहें।

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