सी पी एम का जोरदार प्रदर्शन
जखनिया में प्राथमिक विद्यालय बंद करने के खिलाफ धरना प्रदर्शन, सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा
जखनिया गाजीपुर ।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 5000 प्राथमिक विद्यालयों को बंद किए जाने के विरोध में राज्यव्यापी आह्वान के तहत जखनिया तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। यह धरना राम अवध की अध्यक्षता में संपन्न हुआ, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर तहसीलदार को धरना स्थल पर ही ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार 5000 विद्यालयों को बंद करने का निर्णय तुरंत वापस ले। साथ ही यह भी मांग की गई कि आरएसएस के शिव मंदिर सहित अन्य निजी संस्थानों और शिक्षा माफिया द्वारा संचालित विद्यालयों को बंद कर उन्हें सरकारी विद्यालय घोषित किया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा को कमजोर किया जा रहा है, जबकि शराब की दुकानों की संख्या में वृद्धि की जा रही है, जो मजदूर, किसान और बच्चों के भविष्य के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने मांग की कि केरल और दिल्ली की तर्ज पर शिक्षा व्यवस्था को सशक्त किया जाए और राज्य के कुल बजट का 6% हिस्सा शिक्षा पर खर्च किया जाए।
प्रदर्शन में यह भी मांग की गई कि प्राथमिक विद्यालयों में हिन्दी के साथ अंग्रेज़ी को भी अनिवार्य विषय बनाया जाए और सरकारी व निजी विद्यालयों में एक समान पाठ्यक्रम और पुस्तकें लागू की जाएं। शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं बिना लाभ के जनता को उपलब्ध कराई जाएं। साथ ही शिक्षा माफिया द्वारा छात्रवृत्ति में की जा रही लूट पर भी तत्काल रोक लगाने की मांग की गई।
इस धरने में जिला सचिव मारकंडे प्रसाद, कामरेड विजय बहादुर सिंह, कामरेड वीरेंद्र कुमार गौतम, कामरेड योगेंद्र यादव, कांग्रेस से डॉ. सीताराम, कामरेड नसरुद्दीन, कामरेड राम अवध (सीपीआई), कामरेड राम अवध राम, कामरेड अवध नारायण, महिला प्रतिनिधियों में मंसा देवी, गीता देवी, उषा देवी, पूनम, संजू, तथा सामाजिक कार्यकर्ता विनोद यादव, बनारसी बनवासी, विनोद गुप्ता, उमाशंकर प्रजापति, घूरन बनवासी, सुरेंद्र भारती, जागीर मास्टर, सावित्री देवी, लीलावती देवी, सुकालू चौहान सहित अनेक लोग शामिल रहे।