धर्म के रथ पर आरुढ, व्यक्ति की होती है सदा विजय
बरहज देवरिया।
बरहज नगर के त्यागी जी हनुमान मंदिर पर चल रहे शिव महायज्ञ कथा का कार्यक्रम का कल विश्राम दिवस होगा विश्राम दिवस के पूर्व संध्या पर कानपुर से पधारी हुई साध्वी सुश्री नितेश शास्त्री ने भागवत कथा का श्रद्धालुओं को रसपान करते हुए कहां की धर्म की सदा जय होती है और धर्म का विनाश होता है उन्होंने लंका कांड के राम और रावण के युद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि भगवान श्री राम से युद्ध करने के लिए रावण रथ पर अरुढ होकर, जब चला तो विभीषण ने प्रभु आपके पास कोई रथ नहीं है आप रावण से युद्ध कैसे करेंगे तब प्रभु श्री राम ने कहा की रावण धर्म के रथ पर आरुढ होकर युद्ध करने आ रहा है जिसके पास धर्म ज्ञान शील विवेक धैर्य साहस, रूपी रथ को लेकर युद्ध के मैदान में युद्ध करता है युद्ध के मैदान में वह सदैव विजई होता है ,रावण रथी विरथ रघुबीरा।
देखि विभिषण भयहुअधीरा।।
प्रभु श्री राम ने विभिषण को समझाते हुए कहा कि, सदा धर्म की ही जय होती है रावण धर्म के मार्ग पर चलकर विजय प्राप्त करना चाहता है इसलिए जीवन में कभी विजय प्राप्त नहीं कर पाएगा। कथा के दौरान हनुमान मंदिर के महंत केसरी नंदन त्यागी जी महाराज श्यामसुंदर दास नितेश शास्त्री प्रभाकर शुक्ला रामाशंकर यादव सीमा शुक्ला कावेरी देवी सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।