जम्मू-कश्मीर का विलय महाराजा हरि सिंह की वजह से ही संभव हुआ: कवींद्र गुप्ता
The merger of Jammu and Kashmir was possible only because of Maharaja Hari Singh: Kavindra Gupta
जम्मू: आज ही के दिन 1947 में जम्मू-कश्मीर रियासत का भारत में विलय हुआ था। जिसे ‘पूर्ण विलय दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है। इस मौके पर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता ने महाराजा हरिसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, “आज 26 अक्टूबर को पूर्ण विलय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में जगह-जगह इस तरह के आयोजन हो रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में महाराजा हरि सिंह जी को श्रद्धांजलि दी गई। ये सब महाराजा हरि सिंह की वजह से ही संभव हो पाया। देश की एकता और अखंडता के लिए उन्होंने जो किया वो इतिहास बन गया।”
उन्होंने आगे कहा, वरना उस समय के कुछ राजनेताओं की गलतियों की वजह से कश्मीर को अलग करने की कोशिश की गई थी। ये हमारी जीत है। राज्य में 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाने के साथ ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना साकार हो गया। उन्होंने कहा था कि ‘एक विधान, एक निशान, एक प्रधान’ इसलिए हम इस दिन को खुशी के साथ मना रहे हैं।”
पीओके को भारत में मिलाने के सवाल पर कहा, “अभी भी कहा जा रहा है कि ये पूरी तरह से राज्य का सवाल है। भारतीय जनता पार्टी पहले ही कह चुकी है और हमारे प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि ये सारी चीजें पहले बताए गए समय पर की जाएंगी। खास तौर पर जो लोग इसकी मांग कर रहे हैं, उन्हें मौजूदा स्थिति को समझना चाहिए। ये भारत का हिस्सा है।”
उन्होंने आगे कहा, “इसे भारतीय संसद में पारित किया गया है। हमें इसे समझना होगा। तो कुल मिलाकर वो दिन दूर नहीं जब पाक अधिकृत कश्मीर हमारा होगा और वहां के लोग भी, कश्मीर का विकास और भारत का विकास देखकर यहां आना चाहेंगे। पाकिस्तान में इसको लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान के लोग अपने आप उठ खड़े होंगे। ऐसा समय आ रहा है।”