पैना के शहीदों को नमन कर स्वयं को करते हैं धन्य : असीम अरुण, गौरवशाली अतीत की याद दिलाता है स्मारक :सत्येन्द्र ।
विनय मिश्र ,जिला संवाददाता।
बरहज, देवरिया।
देश हित सर्वोच्च बलिदान का प्रतीक है शहीद स्मारक प्रोफ़ेसर अजय: 1857 की क्रांति में पैना के क्रांति वीरों ने वीरता का जो उदाहरण प्रस्तुत किया उसे याद कर हम धन्य हो जाते हैं उनकी गौरव गाथा की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है . उक्त उद्गार प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने व्यक्त किया . उन्होंने सहीद स्थल को पर्यटक स्थल घोषित कराने के लिए भरपूर प्रयास करने के साथ ही कैंप लगाकर वृद्धा पेंशन स्वीकृत कराने का भी आश्वासन दिया . पूर्व प्राचार्य प्रोफ़ेसर अजय मिश्र ने कहा 1857 की क्रांति में दो माह तक ब्रितानी हुकूमत से अपने को स्वतंत्र रखने का वीरता पूर्ण कार्य पैना के ठाकुर सिंह की पल्टन ने किया था .31 जुलाई1857 को जब गाँ व् को तीन तरफ़ से घेरकर ब्रितानी सैनिकों ने गोलीबारी की तब 395 विरो ने अपनी शहादत और 95 वीरांगनाओ ने अपने सतीत्व की रक्षा के लिए जल जौहर का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया . यह स्थल देशहित बलिदान होने का प्रतीक है. जो युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत्र है कि इसके उत्थान में हम सभी को हर संभव प्रयास करना होगा .कार्यक्रम के संयोजक भाजपा के पूर्वोत्तरराज्यों के पूर्व संगठक सतेन्द्र तिवारी. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने इस दिशा में कार्य करने को थाना है जो वीर सपूत देश हित सर्वोच्च त्याग किये और उन्हें इतिहास में स्थान नहीं मिला उन्हें उचित सम्मान दिलाने की दिशा में कार्य करना होगा उसी कड़ी में स्वराज कार्यक्रम के तहत पैने के शहीदों के परिजनों को आज सम्मानित करते हुए गर्व महसूस हो रहा है . श्री तिवारी ने कहा कि लोक जीवन में रहते हुए ऐसे पवित्र स्थाना को संजाने और सँवारने का संकल्प लेकर कार्य करना है . पैना के वीर सपूतों ने और वीरांगनाओं ने 1857 की क्रांति में सर्वोच्च त्याग का जो अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया वह अनुकरणीय है .समारोह को अंतरराष्ट्रीय पहलवान केशव सिंह. घंश्याम सिंह यशवंत सिंह. पूर्व मंत्री स्वर्गीय प्रेमप्रकाश सिंह के पुत्र शक्ति वर्धन सिंह प्रधान रवि प्रताप सिंह अशोक सिंह रविंद्र प्रताप सिंह नपा के पूर्व अध्यक्ष अजीत जायसवाल पूर्व सभासद सचिन विजय कुमार सिंह रिंकू अंशु दीक्षित ,भा ज पा जिलाद्यक्ष भूपेंद्र सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया . मुख्य अथिति के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने आयोजक के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया , मुख्य अथिति के साथ अन्य अथितियो ने सहीदो को पुष्पांजलि अर्पित किया और सती मंदिर में भी पुष्प अर्पित कर नामा किया . आयोजक सतेन्द्र तिवारी और मुख्य अथिति ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया .