Mau news:वाफ़ाअत पैग़म्बर मुहम्मद व ईमाम हसन की शहादत पर निकला जुलूस दी गई श्रद्दांजलि
Mau. A procession was taken out in Ghosinagar's Badagaon Shia Mohalla on the martyrdom of Prophet Hazrat Mohammad Mustafa and Imam Hasan. In which people paid their tribute by mourning Noha. During this, religious leader Maulana Mujahir Hussain, Maulana Nasimul Hasan said that Mohammad Saheb took God's message to the whole world and gave their rights to the oppressed, slaves, women, helpless and orphans. Mourning was observed in memory of Prophet Mohammad Saheb's death and the martyrdom of his elder grandson Hazrat Imam Hasan. On this occasion, a procession was organized in Anjuman Imamiya and Chhote Phatak and Noha Khwani was done.
घोसी। मऊ। घोसीनगर के बड़ागांव शियाँ मोहल्ला में पैगंबरहजरत मोहम्मद मुस्तफा और इमाम हसन की शहादत पर जुलूस निकाला गया। जिसमें लोगों ने नौहा मातम करके अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान धर्मगुरु मौलाना मुजाहिर हुसैन,मौलाना नासिमुल हसन ने कहा कि मोहम्मद साहब ने ख़ुदा के पैग़ाम को पूरी दुनिया तक पहुंचाया और मजलूमों, गुलामों, औरतों, बेसहारा व यतीमों को उनका हक दिलाया। पैगंबर मोहम्मद् साहब की
वफात और उनके बड़े नवासे हजरत इमाम हसन की शहादत की याद में मातम मनाया गया। इस अवसर पर अंजुमन इमामिया एवं छोटे फाटक में जुलूस का आयोजन किया गया और नौहा ख्वानी की गई।
इस्लामी परंपरा में नाना और नवासे का मातम एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसमें लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने का मौका मिलता है।
जुलूस और मजलिस का आयोजन करके लोग अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और शहीदों की याद में नौहा मातम करते हैं।
इसी कड़ी में शनिवार की रात अलम एवं मातम पर अकीदत मंदो ने नौहा पढ़ा-
“हाये इमामे हसन हाये रसूले खुदा
ये ज़हरा का था हाये रसूले खुदा
आप का साया उठा हाये रसूले खुदा”
इस अवसर पर सैय्यद इमरान हैदर, सैय्यद मुअज़ज़्मुद्दीन हैदर, सैय्यद असगर इमाम, मौलाना मुजाहिर हुसैन, मौलाना नासिमुल हसन,इश्तेयाक सेठ, अलमदार हुसैन, मुहम्मद जोहेर, शादाब अली,शमशाद हुसैन, मुहम्मद वसीम, तब्बू, इर्शाद हुसैन, फ़ैज़ अली,ग़ज़नफर अब्बास,ज़फ़र मेहँदी कर्बलाई,मीसम अली,शब्बीर हुसैन आदि लोग मौजूद रहे।