Gazipur news:चाचा भतीजी का खौफनाक राज ,घर में ही काटा गला भतीजी की हुई मौत चाचा वाराणसी रेफर

Gazipur:The horrifying secret of uncle and niece: Why did they slit their throats at home, niece died, uncle referred to Varanasi

दुल्लहपुर (गाजीपुर)। दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के देवरीबारी गांव में शुक्रवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब घर के अंदर से चीख-पुकार सुनाई दी। सुबह लगभग 9:30 बजे ग्रामीणों ने देखा कि 23 वर्षीय मधु चौहान पुत्री दुर्ग विजय चौहान और उसका चचेरा चाचा सुनील चौहान (25) पुत्र स्वर्गीय सुरेंद्र चौहान निवासी हरौली थाना दोहरीघाट, मऊ खून से लथपथ पड़े हैं।

परिजन आनन-फानन में दोनों को जिला अस्पताल गाजीपुर ले गए, जहां डॉक्टरों ने मधु को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन उसने दम तोड़ दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल सुनील को वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।

घटना की सूचना मिलते ही दुल्लहपुर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल को सील कर साक्ष्य जुटाने में लग गई।

रिश्तों पर कलंक की वारदात

मृतका की दादी लीलावती देवी ने बताया कि सुनील बचपन से ही उनके पास पल-बढ़ रहा था। पिता की मृत्यु के बाद उसे घर में रखकर पढ़ाया-लिखाया गया और वह बीटीसी की पढ़ाई कर रहा था। आज सुबह घर के सदस्य खेत और बच्चे स्कूल चले गए थे।

उज्ज्वल भविष्य पर लगा पूर्णविराम

मधु बीटीसी फाइनल ईयर पूरी कर चुकी थी। घर वाले उसकी शादी की तैयारी में जुटे थे। पिता दुर्ग विजय चौहान कोलकाता में ट्रांसपोर्ट का कार्य करते हैं और हाल ही में जन्माष्टमी पर घर आए थे। संयोग देखिए, घटना के वक्त मृतका की मां ममता देवी मऊ अस्पताल में बच्चेदानी के ऑपरेशन के लिए भर्ती थीं।

तीन बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी मधु परिवार की उम्मीदों का सहारा थी।

पुलिस जांच में जुटी

थाना अध्यक्ष कमलेश कुमार ने बताया कि फिलहाल कोई तहरीर नहीं मिली है। मृतका के पिता ने पुलिस से कहा है कि मामले में कोई बाहरी दखल न हो। पुलिस को सुसाइड नोट मिलने की भी जानकारी सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है।

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