Azamgarh news: आजमगढ़ में मुख्यमंत्री दरबार पहुंचा कागजों में मृत,साहब मैं तो जिंदा हूं कागज देख लीजिए

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा बुज़ुर्ग, मुख्यमंत्री कार्यालय ने लिया संज्ञान

भ्रष्टाचार के खिलाफ जुल्फिकार अहमद की लड़ाई बनी मिसाल

आजमगढ़। मोहम्मदपुर ब्लॉक के ग्राम सभा गौरी निवासी जुल्फिकार अहमद पुत्र रमजान अली को ग्राम विकास अधिकारी द्वारा मृत घोषित कर उनका वृद्धावस्था पेंशन रोक दिया गया। जीवित होते हुए भी मृत घोषित किए जाने से आहत जुल्फिकार ने ब्लॉक, तहसील और जिला स्तर पर गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई न होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए 18 अगस्त 2025 को आदेश जारी कर ग्राम विकास अधिकारी की लापरवाही पर विभागीय जांच और कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

भ्रष्टाचार का आरोप

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत अधिकारी शिक्षा राय पर लंबे समय से भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगते रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत क्षेत्र के गौरी, वजीरमलपुर, रामपुर आंदोई और बहोरापुर गांवों में जन्म प्रमाणपत्र जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भारी रिश्वत ली जाती है। बिना पैसे लिए कोई कार्य नहीं किया जाता।इसी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर जुल्फिकार अहमद को जीवित होते हुए भी मृत घोषित कर दिया गया और उनका वृद्धावस्था पेंशन रोक दिया गया। समाज कल्याण विभाग से जानकारी लेने पर भी वही गलत रिपोर्ट सामने आई।

जुल्फिकार की हिम्मत

अपनी आवाज़ दबने नहीं दी और जुल्फिकार अहमद ने हार न मानते हुए लगातार प्रार्थनापत्र और शिकायतें दीं। अंततः उनकी मेहनत रंग लाई और मुख्यमंत्री कार्यालय ने अधिकारी को कटघरे में खड़ा कर दिया।ग्रामीणों का कहना है कि जुल्फिकार अहमद का संघर्ष उन सभी गरीब और बुज़ुर्ग लोगों के लिए प्रेरणा है जो भ्रष्टाचार के कारण परेशान हैं।अब देखना होगा कि विभागीय जांच के बाद ग्राम विकास अधिकारी शिक्षा राय पर क्या कार्रवाई होती है।

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