आजमगढ़ एसपी डॉ.अनिल कुमार की प्रेरक पहल,पुलिस बनी परिवार जोड़ने की सेतु
संवेदनशील नेतृत्व की मिसाल: आजमगढ़ पुलिस ने मिशन शक्ति को बनाया मानवीय अभियान
आजमगढ़:महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान फेज 5.0 के तहत आजमगढ़ पुलिस ने एक बिछड़े परिवार को मिलाकर मानवता की मिसाल पेश की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 20 सितम्बर 2025 को शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर प्रारंभ किए गए इस अभियान के तहत बुधवार को जनपद आजमगढ़ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन तथा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण/नोडल अधिकारी मिशन शक्ति श्री चिराग जैन एवं क्षेत्राधिकारी सदर श्रीमती आस्था जायसवाल के पर्यवेक्षण में विशेष मिशन शक्ति अभियान संचालित किया गया।अभियान के दौरान थाना पवई स्थित मिशन शक्ति केंद्र पर अशोक पुत्र राममगन निवासी ग्राम लग्गूपुर द्वारा अपनी पत्नी मीना की गुमशुदगी की सूचना दी गई थी। मामले की विवेचना महिला कांस्टेबल पूजा पाण्डेय को सौंपी गई। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद के कारण मीना अपने मायके ग्राम कल्याणपुर, थाना समनपुर (जनपद अम्बेडकरनगर) चली गई थी।पुलिस की सक्रियता, संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण के चलते दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया गया। म0का0 पूजा पाण्डेय ने धैर्यपूर्वक दोनों पक्षों की बात सुनी और उन्हें आपसी समझाइश दी। पुलिस की मध्यस्थता से दोनों के बीच सुलह हो गया और पति-पत्नी ने भविष्य में विवाद न करने का आश्वासन दिया।इस संवेदनशील पहल से न केवल एक परिवार फिर से एकजुट हुआ, बल्कि समाज में पुलिस की मानवीय छवि और मजबूत हुई है।आवेदक अशोक पुत्र राममगन ने पुलिस की कार्यवाही पर पूर्ण संतोष व्यक्त करते हुए किसी विधिक कार्यवाही की आवश्यकता नहीं बताई।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के नेतृत्व में आजमगढ़ पुलिस निरंतर जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए मिशन शक्ति के उद्देश्यों को साकार कर रही है। यह पुनर्मिलन अभियान पुलिस की संवेदनशीलता, संवादशीलता और जनसेवा के प्रति समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण है।