Azamgarh news:उमाकांत मिश्रा और हरिवंश मोदनवाल के नेतृत्व में पवई में संघ का भव्य उत्सव
Azamgarh. The centenary year of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) begins; volunteers take out a grand procession. As part of the first phase of programs being organized across the country to mark the centenary year of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS), the Sangh organized a Vijayadashami festival and a grand procession in Mithupur Bazaar on Wednesday.
पवई/आजमगढ़:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष शुरू, स्वयंसेवकों ने निकाला भव्य विजयादशमी पथ संचलन,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर देशभर में आयोजित कार्यक्रमों के प्रथम चरण के अंतर्गत बुधवार को मिथुपुर बाजार में भव्य विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन का शुभारंभ क्षेत्र के प्रतिष्ठित और समाजसेवी उमाकांत मिश्रा द्वारा किया गया, जिन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संघ के मूल सिद्धांतों और राष्ट्र सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला।सैकड़ों स्वयंसेवकों ने संघ गीतों की मधुर धुन पर अनुशासित पंक्तियों में कदमताल करते हुए पथ संचलन में भाग लिया। यह भव्य रैली मिल्कीपुर पवई मार्ग से होकर बाजार में लौटकर समाप्त हुई। पथ संचलन के दौरान बाजार में देशभक्ति और उत्साह का अनोखा वातावरण देखा गया। अनेक स्थानों पर महिलाएं और बच्चे स्वयंसेवकों का पुष्प वर्षा कर स्वागत कर रहे थे, जिससे कार्यक्रम और भी भव्य एवं आकर्षक बन गया।इस अवसर पर प्रमुख रूप से हरिवंश मोदनवाल की सक्रिय नेतृत्व क्षमता और मार्गदर्शन की विशेष सराहना की गई, जिन्होंने स्वयंसेवकों के समन्वय और कार्यक्रम की व्यवस्था में अत्यधिक योगदान दिया। इसके साथ ही उमाकांत मिश्रा की दूरदर्शिता और समाज सेवा के प्रति उनके समर्पण ने आयोजन को एक नई ऊँचाई दी। उनके नेतृत्व में पथ संचलन ने न केवल संघ के आदर्शों को उजागर किया बल्कि समाज में एकता और उत्साह का संदेश भी पहुँचाया।कार्यक्रम में अन्य प्रमुख उपस्थितियों में सर्वेश सिंह, प्रमोद दुबे, राजेश सिंह, हिमांशु सिंह, परशुराम चौधरी और कंचन भारती शामिल रहे। सभी ने मिलकर इस ऐतिहासिक आयोजन को यादगार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।यह आयोजन संघ के शताब्दी वर्ष की शुरुआत के रूप में यादगार साबित हुआ और क्षेत्रवासियों में राष्ट्रीय भावना और उत्साह की नई लहर पैदा की।