Azamgarh news:पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर-महर बनाकर नोटिस बनाना,अभियुक्त प्रशान्त सिंह गिरफ्तार
Forging the signature and seal of the Superintendent of Police for making a notice; accused Prashant Singh arrested
आजमगढ़ 16 अक्टूबर:पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के फर्जी हस्ताक्षर व मोहर से कूटरचित नोटिस तैयार करने वाला अभियुक्त प्रशान्त सिंह पुत्र उदयनारायण सिंह ग्राम ठोठीया पोस्ट गामा थाना मेहनगर को किया गिरफ्तार,अभियुक्त के पास से एक अदद लैपटॉप , एक अदद मोबाइल व थाना मेहनगर कार्यालय कि एक अदद मोहर बरामद,
डा0 अनिल कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा साइबर अपराध व साइबर अपराधियों पर अंकुश एवं प्रभावी नियन्त्रण बनाये रखने हेतु अभियान के क्रम में नोडल अधिकारी साइबर क्राइम श्री विवेक त्रिपाठी के कुशल निर्देशन व क्षेत्राधिकारी साइबर क्राइम श्रीमती आस्था जायसवाल के पर्वेक्षण में दिनांक- 15.10.2025 को थाना साइबर क्राइम जनपद आजमगढ़ पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर व मोहर व थाना मेहनगर की फर्जी मोहर से कूटरचित नोटिस धारा 41(1) Cr.PC तैयार ठगी करने वाले अभियुक्त की गिरफ्तारी की गयी है ।आवेदक गुलाबचन्द पुत्र संगति ग्राम ठोठीया थाना मेहनगर , आजमगढ़ द्वारा श्रीमान् वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रा0पत्र दिया गया कि दि0 05.10.2025 को प्रार्थी व प्रार्थी के भाईयों सुबाषचन्द व सतीशचन्द को डाक से नोटिस प्राप्त हुई कि सन्तोष पुत्र वंशु व सुनील पुत्र लालमनि कश्यप के प्रार्थना पत्र के आधार पर धारा 318(4),319(2), 338,336(3),340(2),352,351(2) BNS व 66D IT ACT 2008 पंजीकृत है जिसमे श्रीमान पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के समक्ष उपस्थित होकर स्थिति स्पष्ट करें नहीं तो गिरफ्तारी की जायेगी । नोटिस के नीचे पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के हस्ताक्षर व मोहर तथा थाना मेंहनगर की मोहर व अंकित तिवारी लिखा था । तथा प्रार्थी के मोबाइल पर 22492.30 रू जमा करने का ओटीपी भेजने पर प्राप्त शिकायत के आधार पर लोकेशन व मुखबिर की सूचना पर कल दिनांक 15.10.2025 को थाना साइबर क्राइम जनपद आजमगढ़ के प्रभारी निरीक्षक मय हमराह के अभियुक्त कि दूकान फिनो पेमेंट बैंक गोसाई बाजार से समय करीब 21:30 बजे गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा पूँछताछ में बताया गया कि मेरे गांव के सुनील कश्यप व गुलाबचन्द्र के बीच जमीनी विवाद है। उक्त विवाद में दोनो को उलझाकर मै लाभ लेना चाह रहा था। इसके लिए मैंने अपने लैपटाप मे सुभाष चन्द्र, सतीश चन्द्र व गुलाबचन्द्र के नाम से एक फर्जी नोटिस धारा 41ए CRPC जिसपर पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ कि मोहर व थाना मेहनगर कि फर्जी मोहर लगाया था । मैंने पूरी तैयारी से पहले ही थाना मेहनगर की फर्जी मुहर बनवा ली थी। नोटिस पर वही मुहर लगाकर मैने फर्जी हस्ताक्षर बना दिये और कम्प्यूटर पर पुलिस अधीक्षक की फर्जी मुहर जेनरेट कर बना कर कलर प्रिन्ट निकाल लिया तथा पोस्टआफिस पर जाकर पोस्ट कर दिया। चूकिं गुलाबचन्द्र हर मामले में मुझसे ही सलाह लेते थे अतः मुझे मालूम था कि नोटिस मिलने के बाद मेरे ही पास आयेगें। दिनांक 05.10.2025 को गुलाबचन्द्र ने नोटिस के बारे मे मुझसे बताकर मदद मांगी तो मैने कहा ठीक है पुलिस आफिस आजमगढ़ कल लेकर चलूँगा । दिनांक 6.10.2025 को गुलाबचन्द्र को लेकर मै पुलिस आफिस आया और उसे बाहर खड़ा रहने के लिए बोलकर मै अन्दर इधर उधर समय काटता रहा व इसी बीच मैने अपने लैपटाप के माध्यम से pay.ecourts.gov.in वेबसाइट से 22,492.30 रू पेमेन्ट करने का एक फर्जी मैसेज जनरेट कर गुलाब चन्द्र के मोबाइल पर भेज दिया। फिर बाहर निकल कर मैने पूछा की क्या कोई ओटीपी आया है। तब गुलाबचन्द्र ने अपना मोबाइल मुझे दिखाया तो मैंने पैसे पेमेंट करने हेतु कहा । मैं इसी लालच में था पैसे भी मिल जायेगे तथा मदद का एहसान जताकर उनकी विवादित जमीन मे मध्यस्थता का भी लाभ लुंगा।