Deoria news:बिना सत्संग के ज्ञान संभव नहीं है आचार्य पीयूष मिश्रा

बिनु सत्संग विवेक न होई, राम कृपा बिनु सुलभ न सोई, आचार्य पीयूष जी महाराज।
देवरिया।
स्थानीय बरहज नगर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री विश्वनाथ त्रिपाठी की स्मृति में पांच दिवसीय श्री राम कथा के प्रथम दिवस पर कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय के प्रबंधक वीरेंद्र त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती प्रभु श्री राम और विश्वनाथ त्रिपाठी के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया प्रथम दिन के पहली सभा में वृंदावन धाम से पधारे हुए आचार्य पीयूष जी महाराज ने कहा कि जीवन में बिना सत्संग के ज्ञान प्राप्त करना संभव नहीं है और ना ही जीवन में बिना सत्संग के मनुष्य को शांति मिल सकती है इसलिए सत्संग करना आवश्यकहै यह भी तभी संभव है जब भगवान की कृपा होगी तभी जीव सत्संग में भाग लेगा श्री रामचरितमानस से उन्होंने, उदाहरण देते हुए कहा कि मानस की रचना करके भगवान शिव ने अपने हृदय में धारण कर लिया और समय पाकर पार्वती जी को श्री राम कथा का रसपान कराते हुए सत्संग की महिमा बताई उन्होंने कहा कि आपके मानस हृदय तल में परमात्मा तब प्रवेश करेंगे जब आपका हृदय पावन और पवित्र होगा सोई पावन सोई शुभग शरीरा, नर तन पाई भजिय रघुवीरा। आगे उन्होंने कहा कि इस सुंदर तन की महत्ता तभी है जब इस सुंदर तन में सुंदर मन हो निर्मल मन हो पावन मन हो तब परमात्मा का मिलन सत्संग के माध्यम से संभव है। कथा के दौरान राजीव मिश्र ,बलभद्र त्रिपाठी ,प्रेम शंकर पाठक, प्रभु नाथ शर्मा ,सुदर्शन यादव विद्यालय के संचालक अरविंद त्रिपाठी ,मैनेजर तिवारी ,छोटेलाल तिवारी, आकृति त्रिपाठी, रागिनी सिंह, शिखा पांडे, सलोनी चौरसिया ,सलोनी सिंह, गौतमी शुक्ला, प्रियंका उपाध्याय ,राम गोपाल सोनकर ,बाल बिहारी तिवारी, सत्य प्रकाश तिवारी, राधेश्याम तिवारी, अनुपम त्रिपाठी सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।

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