Deoria news, श्री राम कथा श्रवण से दूर होती है जीवन की व्यथा आचार्य सुरेश मिश्रा वाराणसी

श्री राम कथा श्रवण, से दूर होती है जीवन की ब्यथा, आचार्य सुरेश मिश्र
देवरिया।
स्थानीय बरहज नगर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री विश्वनाथ त्रिपाठी की स्मृति में पांच दिवसीय श्री राम कथा के दुसरे दिवस पर, वाराणसी पधारे सुरेश मिश्र ने श्रद्धालुओं को भागवत कथा का रसपान कराते हुए कहा कि जीवन में भगवान के नाम भगवान के रूप भगवान की लीला और भगवान के धाम की चर्चा में ही सुख है किसी न किसी तरह से परमात्मा का चिंतन सदैव होता रहे तभी जीवन में जीव सुखी रह सकता है उन्होंने कहा कि संकट के समय जानकी जी ने निरंतर भगवान के नाम का स्मरण किया नाम के स्मरण के प्रताप से जानकी जी को हनुमान जी के माध्यम से सुख और शांति मिली जिस समय जानकी जी अशोक के वृक्ष से अग्नि की याचना कर रही थी उचित समय पर श्री हनुमान जी ने जानकी जी को श्री राम कथा सुनाइ भगवान् की कथा के श्रवण मात्र से जानकी जी का दुख दूर हो गया गोस्वामी तुलसीदास जी लिखते हैं कि रामचंद्र गुण बरनै लगा।
सुनतहिं सीता कर दुख भागा।।
इसलिए प्रत्येक जीव को चाहिए कि भगवान के नाम का स्मरण किसी न किसी रूप में करता रहे तभी उसे सुख प्राप्त होगा।
कथा के दौरान राजीव मिश्र ,बलभद्र त्रिपाठी ,प्रेम शंकर पाठक, प्रभु नाथ शर्मा ,सुदर्शन यादव विद्यालय के संचालक अरविंद त्रिपाठी ,मैनेजर तिवारी ,छोटेलाल तिवारी, आकृति त्रिपाठी, रागिनी सिंह, शिखा पांडे, सलोनी चौरसिया ,सलोनी सिंह, गौतमी शुक्ला, प्रियंका उपाध्याय ,राम गोपाल सोनकर ,बाल बिहारी तिवारी, सत्य प्रकाश तिवारी, राधेश्याम तिवारी, अनुपम त्रिपाठी,प्रिंस तिवारी , फयानाथ ,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ,उदय शंकर तिवारी, दया शंकर तिवारी, विद्याधर तिवारी, रमेश तिवारी अनजान, सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।

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