Deoria news, भगवान राम के वनवास पूरा कर अयोध्या आगमन पर मानते हैं दीपावली का पाव आचार्य अजय शुक्ल
भगवान राम के वनवास पूरा कर अयोध्या आगमन पर मनाते हैं दीपावली का पर्व – आचार्य अजय शुक्ल
देवरिया।
सनातन धर्म व संस्कृति का प्रमुख पर्व दीपावली कार्तिक कृष्ण पक्ष मास के अमावस्या तिथि को मनाई जाती है।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह पर्व मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के 14 वर्ष के वनवास काल को पूरा कर अयोध्या नगरी में वापस लौट आने पर मनाया जाता है।उक्त बातें जयराम ब्रम्ह स्थान मंगराइच के आचार्य अजय शुक्ल ने बताते हुए कहा कि इस वर्ष 20 अक्टूबर को दीपावली पर्व मनाया जाएगा। लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त इस बार शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक है।यह मुहूर्त शाम 5 बजकर 46 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक चलने वाले प्रदोष काल और शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 9 बजकर 3 मिनट तक चलने वाले वृषभ काल का संयोग है जो पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। दीपावली पर्व पर गृहस्थ लोग प्रदोष काल में स्थिर लग्न के समय भगवान गणेश जी, देवी लक्ष्मी जी और कुबेर देव की पूजा अर्चना करते हैं।व्यापार करने वाले लोग इस दिन अपना खाता बही बदलते हैं।दीपावली सिद्धि प्राप्त करने की रात है इसलिए धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस रात्रि जागरण से देवी लक्ष्मी जी की कृपादृष्टि प्राप्त होती है। धन प्राप्ति के बाद बुद्धि खराब न हो इसके लिए लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा की जाती है।