Deoria news:श्रीमद्भागवत कथा का हुआ शुभारंभ
श्रीमद्भागवत कथा का हुआ शुभारंभ।
भगवान की भक्ति ही शाश्वत है ,आचार्य बृजेश मणि त्रिपाठी
अमिट रेखा बरहज देवरिया
बरहज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम महुई संग्राम
मैं श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ सर्वप्रथम कथा की मुख्य यजमान, मालती देवी पत्नी स्वर्गीय राम चीज मिश्रा ने विधिवत व्यास पीठ का पूजन का कार्यक्रम का शुभारंभ कराया भागवत कथा के मर्मज्ञ आचार्य पंडित बृजेश कुमार त्रिपाठी ने भागवत कथा का रसपान कराते हुए कहा कि संसारकी महत्ता ही हमारा पतन कर रही है। जो एक क्षण भी ठहरता नहीं, उसकी महत्ता कैसे ? संसार सदा अप्राप्त है। वह आज तक किसी को मिला नहीं, मिल भी नहीं सकता; जो एक क्षण भी टिकता नहीं, वह मिलेगा कैसे ? संसार का अभाव ही नित्य है। मनुष्य रोता है कि धन चला गया, स्त्री चली गयी, बेटा चला गया, पर वह खुद भी चला जायगा ! यहां टिकेगा कोई नहीं।
उन्होंने श्रीमद्भागवत महापुराण के माहात्म्य के चतुर्थ अध्याय में 79 वें श्लोक की व्याख्या करते हुए कहा कि श्री गोकर्ण जी महाराज अपने पिता को संसार की नश्वरता का ज्ञानोपदेश करते हुए कह रहे हैं कि —
“देहेऽस्थिमांसरुधिरेऽभिमतिं त्यज त्वं जायासुतादिषु सदा ममतां विमुञ्च ।
पश्यानिशं जगदिदं क्षणभङ्गनिष्ठं वैराग्यरागरसिको भव भक्तिनिष्ठः ।।७९”
गोकर्ण ने कहा-पिताजी ! यह शरीर हड्डी, मांस और रुधिर का पिण्ड है; इसे आप ‘मैं’ मानना छोड़ दें और स्त्री-पुत्रादि को ‘अपना’ कभी न मानें। इस संसार को रात-दिन क्षणभंगुर देखें, इसकी किसी भी वस्तु को स्थायी समझकर उसमें राग न करें। बस, एकमात्र वैराग्यरस के रसिक होकर भगवान् की भक्ति में लगे रहें ।। ७९।।
अर्थात भगवान की भक्ति ही शाश्वत है नित्य उसी को धारण करने से कल्याण होगा। कथा के दौरान मुख्य रूप से मारकंडे पांडे ,सत्य प्रकाश मिश्रा, देवव्रत मिश्र, आनंद प्रकाश मिश्र, वेद प्रकाश मिश्रा, ओमप्रकाश मिश्रा, प्रशांत कुमार, मुन्ना मिश्रा ,मृत्युंजय पांडे, अनिल कुमार, महादेव, राजन चौबे साहित काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे।



