आजमगढ़ में MLC शाह आलम गुड्डू जमाली बने पीड़ित परिवार का सहारा, मासूम शाहजेब हत्याकांड न्याय की लड़ाई के लिए दी 50 हज़ार की मदद
Guddu Jamali became the support of the victim's family, donated ₹50,000 for their fight for justice.

आज़मगढ़।समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता, विधान परिषद सदस्य और पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ़ गुड्डू जमाली ने एक बार फिर अपने मानवीय और दरियादिल स्वभाव का परिचय दिया है। शुक्रवार को उन्होंने अपने आवास पर सिधारी के चर्चित मासूम शाहज़ेब हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें कानूनी लड़ाई के लिए 50 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।गुड्डू जमाली ने शाहज़ेब के पिता साहेब आलम को चेक सौंपते हुए कहा कि “यह एक बेहद दुखद घटना है। मैं पीड़ित परिवार के साथ हूँ और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा। समाजवादी पार्टी हमेशा से गरीबों, पीड़ितों और मजलूमों की आवाज़ बनकर खड़ी रही है, और इस मामले में भी हम मजबूती से उनके साथ रहेंगे।”परिवार ने एमएलसी जमाली के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि उनकी यह सहायता केवल आर्थिक नहीं बल्कि मनोबल बढ़ाने वाली है। उन्होंने उम्मीद जताई कि शाह आलम गुड्डू जमाली के सहयोग से उन्हें जल्द ही न्याय मिलेगा।
गरीबों की थाली कहलाने वाले शाह आलम गुड्डू जमाली
आजमगढ़ में शाह आलम उर्फ़ गुड्डू जमाली को लोग “गरीबों की थाली” कहकर पुकारते हैं,क्योंकि जब भी कोई असहाय, मजलूम या जरूरतमंद व्यक्ति मदद की उम्मीद लेकर उनके दरवाज़े पहुंचता है, तो खाली हाथ नहीं लौटता।एक दिन पूर्व ही उन्होंने करीब तीन दर्जन से अधिक लोगों को आर्थिक सहयोग दिया था, जिसमें ठेला-रिक्शा चलाने वालों, विकलांगों को ई-रिक्शा वितरण और जरूरतमंद परिवारों को अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं।उनकी यह पहल केवल सहायता नहीं, बल्कि समाज में आत्मनिर्भरता और उम्मीद का संदेश देती है।
शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में मिसाल
सिर्फ आर्थिक सहायता ही नहीं, शाह आलम गुड्डू जमाली का मानना है कि “गरीबी का असली इलाज शिक्षा और रोजगार है।”इसी सोच के तहत उन्होंने “आज़मगढ़ पब्लिक स्कूल” की स्थापना की, ताकि शहर और ग्रामीण इलाकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। वह लगातार युवाओं को रोजगार के अवसरों से जोड़ने और शिक्षा के प्रति जागरूक करने में लगे रहते हैं।
मानवता की मिसाल, राजनीति से ऊपर जनसेवा
शाह आलम गुड्डू जमाली की राजनीति सेवा और संवेदना की राजनीति है। वे केवल मंच से बातें नहीं करते, बल्कि धरातल पर उतरकर गरीबों की मदद करते हैं। उनके समर्थक उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं जो “राजनीति नहीं, मानवता की सेवा” को अपना धर्म मानते हैं।उनकी सादगी, मिलनसार स्वभाव और मददगार छवि ने उन्हें जनता के दिलों में एक खास जगह दिलाई है। आजमगढ़ के लोग गर्व से कहते हैं,👉 “अगर कोई नेता सच में गरीबों के साथ खड़ा है, तो वह हैं हमारे शाह आलम गुड्डू जमाली साहब।”



