Mau News 36 घंटे के बाद महिलाओं ने खोला व्रत लोक आस्था का महापर्व छठ डूबते एवं उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हुआ संपन्न ।

घोसी।मऊ।आस्था का महापर्व छठ क्षेत्र के घाटों पर जगह जगह सोमवार एवं मंगलवार को डूबते एवं उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए आस्था का जन सैलाब उमड़ा रहा।
डूबते एवं उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ पर्व संपन्न हुआ। वहीं महिलाओं ने 36 घंटे के बाद प्रसाद और अन्न लेकर व्रत खोला। लोक आस्था का महापर्व छठ उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ। सुबह के समय भगवान भास्कर को सूर्योदय काल में अर्घ्य दिया गया। क्षेत्र के घोसी नगर में नारोखर पोखरा, सीताकुंड, शारदा मंदिर पोखरा, सम्मी माई पोखरा, बड़ागांव पूर्वी मानसरोवर पोखरा, आसना नहर, सोमारीडीह, गौरीडीह, सुल्तानपुर, पिढ़वल गांव, हाजीपुर, मिर्जा जमालपुर,पकड़ी सहित क्षेत्र के अन्य जगह आस्था की डुबकी से सराबोर दिखे। सोमवार की शाम एवं प्रातः काल बेला में व्रती महिलाओं ने उगते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद मां छठी मैया की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की और इसके बाद व्रत का पारण किया। बता दें कि, यह व्रत कुल 36 घंटे का था। जिसे व्रती महिलाओं ने छठ पूजा के समापन के बाद खोला है। यह पर्व बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड राज्य में बड़े धूम-धाम के साथ मनाया गया। करीब लाखों की संख्या में व्रती महिलाओं ने जगह-जगह घाटों पर अपनी आस्था की उपस्थिति दर्ज करवाई। वही बच्चों ने खूब पटाखे जलाए।
छठ का यह पर्व 25 अक्टूबर नहाय खाय से शुरू हुआ था और 28 अक्टूबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की विधि के साथ पूर्ण रूप से संपन्न हुआ। चार दिनों के चलने वाले इस पर्व में व्रती महिलाओं ने खरना के बाद से व्रत का संकल्प लिया था। यह व्रत कुल 36 घंटे का होता है। यह व्रत निर्जला रखा जाता है। इस व्रत का पारण कर महिलाओं ने छठ के प्रसाद के साथ अन्न-जल को ग्रहण किया।
व्रत रखने के पीछे की मान्यता
छठ पूजा का व्रत घर की महिलाएं रखती हैं। यह व्रत छठी मैया और सूर्य भगवान को समर्पित होता है। मान्यता है कि छठी मैया निसंतान दम्पतियों को संतान का वरदान देती हैं और घर की सुख समृद्धि का भी आशीर्वाद देती है। इस वजह से महिलाएं छठ पर्व का व्रत रखती है। जिससे उनकी संतान को दीर्घायु की प्राप्ति हो। भाजपा क्षेत्रीय महामंत्री सुनील गुप्ता, नगर चेयर मैन मुन्ना गुप्ता, जीतू मद्धेशिया, प्रांशु सिंह, गुड्डन श्रीवास्तव, आदि व्रती महिलाओं के सेवा में लगे रहे।
तहसील एवं पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद।
छठ पर्व शाति से और बिना किसी अप्रिय घटना के संपन्न हो, इसके लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। घोसी तहसीलदार डॉ धर्मेन्द्र पांडेय, कोतवाल प्रमेन्द्रकुमारसिंह हमराहियों के साथ सीताकुंड, नरोखर पोखरा, सम्मी माई पोखरा, बड़ागांव पूर्वी पोखरा आदि पोखरों, समेत नहर तथा अन्य घाटों पर पुलिस बलों की तैनाती की गई हैं। एसडीएम अशोककुमारसिंह सभी घाटों पर बराबर नजर रखते हुए महा पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने में लगे रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button