सेल्फी उस पल को हमेशा के लिए कैद कर लेती है” – सोमा राठौड़

“A selfie captures the moment forever” – Soma Rathod

 

Mumbai:‘तुम्म से तुम्म तक’ की अभिनेत्री सोमा राठौड़ का मानना है कि सेल्फी और ऑटोग्राफ दोनों की अपनी-अपनी खूबसूरती है, लेकिन आज के समय में सेल्फी लेना ज़्यादा आसान और सुविधाजनक हो गया है।सोमा कहती हैं, “पहले के समय में ऑटोग्राफ बहुत लोकप्रिय थे क्योंकि तब लोगों के पास फोन या आज जैसी तकनीक नहीं थी। लेकिन मुझे यह बदलाव बहुत पसंद है। सेल्फी उस पल को हमेशा के लिए कैद कर लेती है, और फैंस उसे ज़िंदगीभर अपने साथ रख सकते हैं। यह यादों को सहेजने का एक बहुत सुंदर तरीका है।सोमा को अपने फैंस से मिलना और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाना बहुत अच्छा लगता है। वे कहती हैं, “मैं अपने फैंस की भावनाओं की पूरी इज़्ज़त करती हूँ। मुझे उनके साथ फोटो खिंचवाना बहुत पसंद है क्योंकि यही तो हर कलाकार का सपना होता है — लोगों का प्यार और पहचान पाना। जब भी कोई मुझसे विनम्रता से मिलता है, तो मैं कोशिश करती हूँ कि उसे वह पल ज़रूर दूँ, चाहे मैं कितनी भी व्यस्त क्यों न रहूँ।एक यादगार फैन मोमेंट को याद करते हुए सोमा बताती हैं, “कई भावुक पल रहे हैं। एक बार मैं शिर्डी दर्शन के लिए गई थी, तब एक महिला ने मुझे पहचान लिया और अपने पति को फोन किया। उन्होंने बताया कि उनके पति को कैंसर था और अस्पताल में रहते हुए वे जीजाजी छत पर हैंदेखते थे। उन्होंने कहा कि शो की कॉमेडी ने उन्हें उनके दर्द से राहत दी। वह पल मेरे लिए बहुत भावुक था।वह आगे कहती हैं, “एक और बार, तुम्म से तुम्म तक की शूटिंग के दौरान एक फैन मुझसे मिलने आया। उसने कहा कि उसकी दादी, जो पैरालाइज़ थीं, हमारे शो को रोज़ देखती थीं और धीरे-धीरे उनकी तबीयत में सुधार आने लगा। ऐसी बातें सुनकर मुझे भगवान के प्रति बहुत आभार महसूस होता है कि मेरी एक्टिंग किसी के चेहरे पर मुस्कान और सुकून ला सकती है। मैं एक और फैन को कभी नहीं भूल सकती, जिसने मुझे लिखा था कि वह लापतागंज अपने स्कूल के दिनों में देखता था। शो के बंद होने के बाद वह इतना दुखी हो गया था कि उसने खुद को नुकसान भी पहुँचाया। उसने 2014-15 में मुझे फेसबुक पर कई संदेश भेजे थे। ऐसे अनुभव हमेशा दिल में बस जाते हैं और याद दिलाते हैं कि फैंस हमारे काम से कितना गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं।सोमा बताती हैं कि ये सभी पल उनके लिए बहुत भावनात्मक रहे। “जब यह पता चलता है कि आपका अभिनय किसी की ज़िंदगी पर असर डाल सकता है या किसी के कठिन समय में उन्हें राहत दे सकता है, तो उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। ऐसे पल हर संघर्ष को सार्थक बना देते हैं,” वे मुस्कुराते हुए कहती हैं।

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