Azamgarh news:जिलाधिकारी ने किया जिला स्तरीय उद्योग बन्धु की समीक्षा
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना की प्रदेश में जनपद की दूसरी रैंक

आजमगढ़ 30 अक्टूबर– जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय उद्योग बन्धु/स्वः रोजगार बन्धु/एकल मेज व्यवस्था/औद्योगिक एवं व्यापारिक सुरक्षा फोरम एवं रोजगार सेक्टर की समीक्षा बैठक की गयी।मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना की प्रदेश में जनपद की दूसरी रैंक है। उन्होने कहा कि योजनान्तर्गत लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त आवेदनांे में अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को ऋण उपलब्ध कराते हुए जनपद की रैकिंग प्रथम स्थान पर लायी जाए। एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण सहायता योजना एवं मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष पात्र व्यक्तियों को ऋण उपलब्ध करायें, जिससे कि जनपद की रैकिंग और अच्छी हो सके।उ0प्र0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अन्तर्गत जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जनपद स्तर पर उद्योग स्थापित करने हेतु पोर्टल पर लम्बित प्रकरणों को तत्काल निस्तारित किया जाए। उन्होने कहा कि जनपद स्तर पर आवदेकों का आवेदन जिस स्तर पर लम्बित है, उसकी सूची उपलब्ध करायें। उन्होने कहा कि जो उद्यमी अपना उद्योग स्थापित करने के इच्छुक नही हैं, उनका नाम हटाया दिया जाए। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत आवेदनों के निस्तारण की प्रगति कम पाये जाने पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों के सापेक्ष लोन स्वीकृति की प्रगति बढ़ाकर जनपद की रैकिंग मंे सुधार लायें। उन्होने कहा कि जिन आवेदनों में ई-बाउचर जारी हो गया है, उनका शत प्रतिशत लोन स्वीकृत किया जाए। उन्होने कहा कि यदि कोई डाक्यूमेंट कम हो तो तत्काल आवेदकों से बात कर उसका निस्तारण किया जाए।प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना की प्रदेश में जनपद की 14वीं रैंक है। जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया कि लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त आवेदनों को निर्धारित अवधि में निस्तारित किया जाए। उन्होने क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी को निर्देश दिया कि लक्ष्य के सापेक्ष रोजगार मेले का आयोजन कर अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाए। निवेश मित्र पोर्टल की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों को निर्धारित अवधि में निस्तारित किया जाए, कोई भी आवेदन बेयाण्ड टाइम नही होना चाहिए।इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा मे0 आर्गेनोफास मिनी औद्योगिक आस्थान सोफीपुर लालगंज एवं वृहद औद्योगिक आस्थान सर्फुद्दीनपुर में आवंटित भूखण्ड प्रो0 एसपी पुरी के देहान्त हो जाने एवं स्वामित्व स्थानांतरण के पश्चात निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कार्यस्थल पर मशीन उपलब्ध नही थी एवं परिसर पूरी तरह से बन्द पायी गयी। इसी प्रकार श्रीमती प्रेमलता सिंह पत्नी स्व0 महेन्द्र प्रताप सिंह ग्राम रामनगर पो0 पवई जिला आजमगढ़ को 3000 स्क्वायर फीट दोना पत्तल के उत्पादन हेतु भूखण्ड आवंटित किया गया था, जिसके उपरान्त इकाई को उत्पादन प्रारम्भ करने हेतु आदेश निर्गत किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि इकाई परिसर में कोई मशीन स्थापित नही है, भूखण्ड पर निर्मित कार्यशाला अत्यन्त जीर्ण अवस्था में है। जिस पर जिलाधिकारी ने उपरोक्त दोनों भूखण्डों के आवंटन आदेश को निरस्त करने हेतु संस्तुति दी तथा निर्देशित किया कि उक्त भूमि को किसी अन्य उद्यमियों को आवंटित किया जाए।इस अवसर पर उद्यमियों/व्यापरियों के समस्याओं/सुझावों को सुना गया एवं उसके निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।बैठक में जिला विकास अधिकारी श्री संजय कुमार सिंह, उपायुक्त उद्योग श्री एसएस रावत, एसीएमओ, अभिहीत अधिकारी खाद्य सुरक्षा, औषधि निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,े एलडीएम, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 मुकेश कुमार गुप्ता, जिला उद्यान अधिकारी, अभिहीत अधिकारी खाद्य सुरक्षा सहित समस्त संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।



