आजमगढ़:सपा के सर्वे ने बढ़ाई सियासी सरगर्मी,दुर्गा यादव आगे तो कई विधायक पीछे
Public confidence remains intact, socialists have a strong hold in Atraulia

आजमगढ़ में सपा का सर्वे रिपोर्ट बना सियासी सुर्खियों का केंद्र — टिकट की हलचल से बढ़ी हलचले
आजमगढ़। मिशन “समाजवादी पार्टी 2027” के तहत विधानसभा चुनाव की आहट तेज होते ही आजमगढ़ जनपद में टिकट को लेकर सियासी पारा चढ़ रहा है। समाजवादी पार्टी के आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट सामने आने के बाद जिलेभर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर आम समर्थकों तक हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल हैं,“किसका टिकट बचेगा और किसका कटेगा?”
सदर सीट पर फिर मजबूत दिख रहे दुर्गा प्रसाद यादव
सूत्रों के अनुसार, सपा के ताज़ा सर्वे में सदर विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव शीर्ष स्थान पर बताए गए हैं। जनता के बीच गहरी पैठ, संगठन में सक्रिय भूमिका और लंबे अनुभव ने एक बार फिर उन्हें जिले के सबसे मज़बूत दावेदारों में शामिल कर दिया है। क्षेत्रीय जनता के बीच उनके प्रति विश्वास और विकास के मुद्दों पर उनकी सक्रियता को लेकर सकारात्मक माहौल देखा जा रहा है।
जनता का विश्वास बरकरार
अतरौलिया विधानसभा क्षेत्र की जनता का कहना है कि वरिष्ठ समाजवादी नेता बलराम यादव और उनके पुत्र डॉ. संग्राम यादव ने क्षेत्र के विकास के लिए जो कार्य किए हैं, वे सराहनीय हैं। जनता का मानना है कि इन दोनों जनप्रतिनिधियों की निष्ठा और सेवा भावना के कारण अतरौलिया में विकास की नई गाथा लिखी गई है।क्षेत्रवासियों का कहना है कि कभी बलराम यादव ने अपने दमखम पर तत्कालीन सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का सपना साकार करते हुए अतरौलिया सीट को समाजवादी पार्टी की झोली में डाला था। वहीं उनके सुपुत्र डॉ. संग्राम यादव ने अपने नेतृत्व और लोकप्रियता के बल पर इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश यादव के नेतृत्व में सीट को मजबूती से कायम रखा।आज भी अतरौलिया की जनता बलराम यादव, डॉ. संग्राम यादव और समाजवादी पार्टी के प्रति पूर्ण समर्पण और अटूट विश्वास रखती है। जनता का कहना है कि समाजवादी विचारधारा ही क्षेत्र के विकास और जनहित की सच्ची आधारशिला है।
फूलपुर पवई में रमाकांत यादव की पकड़ बरकरार
वहीं, फूलपुर पवई विधानसभा सीट से विधायक रमाकांत यादव दूसरे स्थान पर बताए जा रहे हैं। जेल में बंद रहने के बावजूद उनकी लोकप्रियता और जनाधार में कोई कमी नहीं आई है। पार्टी के सर्वे में उनका ग्राफ स्थिर बताया गया है, जबकि क्षेत्रीय जनता उनके संघर्षशील स्वभाव और सादगी की चर्चाएं करती दिखती है।कार्यकर्ताओं के बीच उनका “जननायक” वाला अंदाज़ अब भी प्रभावशाली बना हुआ है।
निजामाबाद में आलमबदी आज़मी का जनाधार कायम
निजामाबाद विधानसभा क्षेत्र से सपा के वरिष्ठ विधायक आलमबदी आज़मी की स्थिति भी बेहद मजबूत बताई जा रही है। वर्षों से पार्टी के प्रति निष्ठा और क्षेत्रीय विकास में सक्रियता ने उन्हें जनता का भरोसा दिलाया है। हालांकि इसी सीट से पूर्व ब्लॉक प्रमुख इसरार अहमद सहित लगभग 17 लोगों ने दावेदारी की चर्चा छेड़ रखी है,जिससे टिकट का मुकाबला रोचक होता जा रहा है।
विधायक दीदारगंज
दीदारगंज विधायक कमल कांत राजभर के क्षेत्र में जनता से संवाद और भ्रमण को लेकर मिले-जुले संकेत सामने आ रहे हैं।
शाह आलम गुड्डू जमाली बने जनता की पहली पसंद
पूर्व विधायक एवं एमएलसी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली भी सपा के सबसे चर्चित नामों में शामिल हैं। अपने क्षेत्र में विकास कार्यों,सामाजिक सेवा और गरीबों की मदद के कारण वे जनता के बीच गहरी पैठ बनाए हुए हैं। हाल के दिनों में उन्होंने मुबारकपुर-गोपालपुर-निजामाबाद से लेकर दीदारगंज क्षेत्र तक लगातार भ्रमण कर जनता से सीधा संवाद किया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, “गुड्डू भाई साहब ने हर वर्ग की मदद की है,चाहे शिक्षा हो, स्वास्थ्य या सामाजिक सरोकार।उनकी लोकप्रियता को देखते हुए पार्टी में उनके टिकट को लेकर सकारात्मक संकेत बताए जा रहे हैं।
दीदारगंज में दोबारा सक्रिय हुए आदिल शेख
दीदारगंज क्षेत्र में पूर्व विधायक आदिल शेख भी इन दिनों लगातार जनता के बीच सक्रिय नजर आ रहे हैं। सर्वे रिपोर्ट में उनका नाम भी अच्छे प्रभाव वाले नेताओं में शामिल है। वे जनसमस्याओं के समाधान के लिए गाँव-गाँव जाकर लोगों से मिल रहे हैं, जिससे उनकी राजनीतिक सक्रियता पर चर्चा तेज है।
कई सीटों पर नए चेहरों की तैयारी
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जिन सीटों पर वर्तमान विधायकों का प्रदर्शन कमजोर पाया गया है, वहां सपा नए चेहरों को मौका देने पर विचार कर रही है। मेंहनगर, लालगंज, सगड़ी, मुबारकपुर और गोपालपुर सीटों पर टिकट बदलने की चर्चाएं जोरों पर हैं।
अखिलेश यादव की सर्वे रणनीति बनी चर्चा का विषय
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा कराए गए इस आंतरिक सर्वे ने न केवल संगठन को सक्रिय किया है,बल्कि जनता के बीच भी चर्चा का माहौल बना दिया है। आजमगढ़ के चौराहों,चौपालों और चाय की दुकानों पर हर जगह राजनीति गरम है,“किसका टिकट बचेगा और किसका कटेगा?”
जनता के बीच बढ़ा अखिलेश यादव पर विश्वास
सर्वे रिपोर्ट से साफ है कि अखिलेश यादव का फोकस “विकास, कार्यकर्ता और जनता” तीनों पर समान रूप से है। वे लगातार जनता के मूड को समझने की कोशिश कर रहे हैं। आजमगढ़ समेत पूरे पूर्वांचल में उनकी छवि एक युवा, ईमानदार और विकासशील नेता के रूप में और मजबूत हुई है।आजमगढ़ के चौपालों और चाय की दुकानों पर अब सिर्फ एक ही बात हो रही है,“अखिलेश यादव की रणनीति ने सपा को फिर से जीत की राह पर ला खड़ा किया है।”



