Gazipur News : गहमर हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई: डीआईजी के निर्देश पर तीन थानाध्यक्ष निलंबित, लापता अंकित का शव तालाब से बरामद
Gazipur News : गहमर हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई: डीआईजी के निर्देश पर तीन थानाध्यक्ष निलंबित, लापता अंकित का शव तालाब से बरामद
गाजीपुर | 30 दिसंबर 2025
गहमर हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी वैभव कृष्ण ने स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान लापरवाही और शिथिलता सामने आने पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक को दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
डीआईजी के निर्देश के बाद गहमर कोतवाल दीनदयाल पांडेय को लाइन हाजिर, जबकि हल्का इंचार्ज राजीव पांडेय को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही सितंबर 2025 में दोनों पक्षों के बीच हुई दर्जनों राउंड गोलीबारी की घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन गहमर कोतवाल एवं वर्तमान में सैदपुर कोतवाल शैलेश मिश्र को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
बताया जाता है कि 27 सितंबर 2025 को भी दोनों पक्षों के बीच मारपीट और हवाई फायरिंग हुई थी। इस मामले में गहमर थाने में दोनों पक्षों के 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन तत्कालीन थानाध्यक्ष द्वारा अपेक्षित सक्रियता नहीं दिखाई गई। डीआईजी के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। साथ ही अन्य लापरवाह कर्मियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकती नजर आ रही है।
लापता अंकित का शव तालाब से बरामद, मामला ट्रिपल मर्डर में तब्दील
मीडिया सूत्रों के अनुसार, लापता अंकित सिंह का शव आज 30 दिसंबर 2025 को उसी तालाब से पुलिस ने बरामद कर लिया, जहां पहले से तलाशी अभियान चल रहा था। शव को तालाब से निकालकर पुलिस गहमर कोतवाली ले जा रही है, जहां विधिक कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम हेतु जिला मुख्यालय भेजा जाएगा।
घटना के बाद से अंकित लापता था, जिसकी तलाश में पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें कई दिनों से अभियान चला रही थीं। एक टीम तालाब में सर्च ऑपरेशन कर रही थी, जबकि दूसरी टीम ड्रोन कैमरों की मदद से जंगलों और खलिहानों में तलाश कर रही थी। अंकित या उसके शव के न मिलने से मामला लगातार संदेहास्पद बना हुआ था और चट्टी-चौराहों पर चर्चाओं का बाजार गर्म था। अब शव मिलने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि यह डबल नहीं बल्कि ट्रिपल मर्डर का मामला है।
पहले मिले दो शवों का हो चुका है अंतिम संस्कार
इससे पहले मिले दोनों शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों ने गहमर नरवा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया था। गांव में शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया था। परिजनों के करुण क्रंदन से हर आंख नम थी। ग्रामीणों की भारी मौजूदगी में दोनों शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया था।
विक्की सिंह को मुखाग्नि उनके बड़े भाई विकास सिंह ने, जबकि सौरभ सिंह को मुखाग्नि उनके चाचा मकसूदन सिंह उर्फ मूसन ने दी।
12 नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
युवकों की नृशंस हत्या के मामले में वादी विकास सिंह पुत्र संजय सिंह उर्फ गांधी की तहरीर पर पुलिस ने कुल 12 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने दंगा, हत्या, घातक हथियारों का प्रयोग, आपराधिक षड्यंत्र, साक्ष्य मिटाने और आपराधिक योजना की धाराओं में गांव के—
अमित सिंह, अमन सिंह, ओम सिंह, लखन उर्फ विकास, अरविंद सिंह, अभिषेक सिंह, चंदन सिंह माही, संजय सिंह, आदर्श सिंह, उजाला सिंह, प्रशांत सिंह और नीरज सिंह
के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
एसटीएफ-एसओजी की दबिश, गांव में भारी पुलिस बल तैनात
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और एसओजी की टीमें लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। वहीं, कुछ लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में अभी भी भारी पुलिस बल तैनात है और पूरे क्षेत्र में शोक व सन्नाटे का माहौल बना हुआ है।



