डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने कहा, हमले के बाद दुखी और स्तब्ध हूं
"I am saddened and shocked by the attack," the Danish prime minister said
कोपेनहेगन, 9 जून: डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन पर शुक्रवार को कोपेनहेगन में एक व्यक्ति ने हमला कर दिया था। मामूली चोट के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमले के बार पहली बार पीएम मेटे फ्रेडरिक्सन ने बयान दिया है।
शुक्रवार की घटना के बाद उनके समर्थन में कई मैसेज आए। पीएम फ्रेडरिक्सन ने इसके लिए इंस्टाग्राम पर अपना आभार व्यक्त किया।
उन्होंने लिखा, “मैं शुक्रवार की घटना से दुखी और स्तब्ध हूं, लेकिन इसके अलावा मैं ठीक हूं। एक बार, मुझे शांति और स्थिरता की जरूरत है। शरीर और आत्मा दोनों के लिए। मुझे अपने परिवार के साथ रहने की जरूरत है और मुझे कुछ समय के लिए खुद के साथ रहने की जरूरत है।”
पीएम फ्रेडरिक्सन ने शनिवार को अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए और कहा कि रविवार को भी वो किसी पब्लिक कार्यक्रम में भी शामिल नहीं होंगी।
शुक्रवार की शाम को 46 वर्षीय प्रधानमंत्री को कोपेनहेगन में एक व्यक्ति ने हमला कर दिया था, जब वह चुनाव प्रचार के लिए निकली थीं। पुलिस ने तुरंत एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया। उसने अदालत में अपना अपराध स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।
उस व्यक्ति ने कहा कि उसे पीएम फ्रेडरिक्सन से कोई शिकायत नहीं है। वह वास्तव में एक अच्छी प्रधानमंत्री हैं और वह सड़क पर उनसे मिलकर हैरान हो गया था।
हमले की जांच कर रही पुलिस का मानना है कि यह हमला राजनीति से प्रेरित नहीं था। डेनमार्क की समाचार एजेंसी रित्ज़ाउ ने बताया कि व्यक्ति उस समय नशे में था। वह पोलैंड का नागरिक था जो लंबे समय से डेनमार्क में रह रहा था।
पीएम फ्रेडरिक्सन पर हमले के बाद यूरोपीय नेताओं ने भी हमले की निंदा की। हमले की निंदा करने वालों में नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज भी शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी निंदा की थी।