आजमगढ़:फर्जी एजुकेशन संस्थान को ग्रामीणों ने किया आग के हवाले
रिपोर्ट: सुमित उपाध्याय
अगरौला/आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के तरकुलहा गांव में पोखरी के गाटों में चल रहे फर्जी एजुकेशन संस्थान का गांव के ग्रामीणों ने गणतंत्र दिवस के दिन शुक्रवार को आग के हवाले कर दिया बताते चलें तरकुलहा गांव के ग्रामीणों ने बीते एक माह पहले देश के माहा महीम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सहित संबंधित अधिकारियों को पत्र भेज कर मामले की जानकारी दी थी। फूलपुर तहसील के अंतर्गत तरकुलहा गांव में कई एकड़ जमीन पर एक पूर्व विधायक पर कब्जा करने का आरोप है यहां तक कि उक्त व्यक्ति के द्वारा पोखरी में एक एजुकेशन संस्थान भी चलाया जा रहा है गांव के शिकायतकर्ताओं ने मांग की थी कि अगर उक्त पोखरी की जमीन 26 जनवरी तक खारिज करके ग्राम सभा में दर्ज नहीं की गई तो ग्रामीणों के द्वारा पोखरी में चल रहे कथित कागजी एजुकेशन संस्थान का प्रतीकात्मक दाह संस्कार किया जाएगा ग्रामीणों का कहना है की लगातार इसमें तहसील फूलपुर प्रशासन द्वारा दबाव में काम किया जा रहा है।।शिकायत कर्ताओं का कहना है आज तक उक्त कार्रवाई को महज फाइलों में दबा कर रखा गया है प्रदर्शन कारियों ने चेतावनी दी कि अभी हमने प्रतीकात्मक पोखरी के विद्यालय का दहन किया है अगर फूलपुर के तहसील प्रशासन द्वारा जल्द ही इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम शिकायतकर्ताओं के द्वारा आत्मदाह किया जाएगा। इसकी समस्त जिम्मेदारी तहसील प्रशासन की होंगी। इस संबंध में जब अशरफिया एजुकेशन संस्था के सेक्रेटरी मोहम्मद अतहर से आरोप के बारे बात की गई तो उनका कहना था कि लोकतंत्र में बोलने का सबको अधिकार है लेकिन जो आरोप लग रहे हैं वह निराधार हैं जमीन हम लोगों के पूर्वजों की है हमने कोई गलत कार्य नहीं किया है। इस मौके पर शिकायतकर्ता प्रधान रेखा देवी, पुजारी राधे मोहन, महंत अर्जुन दास, राजधारी, राजकुमार, राजपति श्रीवास्तव, सुलेखचंद त्यागी, रामकेदार, आदि लोग मौजूद रहे।