आजमगढ़:जब पैसे का भूत हुआ सवार तब नकल माफियाओं को मुखबीर की सूचना पर पुलिसने किया गिरफ्तार
रिपोर्ट:रोशन लाल
आजमगढ़:उ0प्र0 पुलिस(आरक्षी) भर्ती परीक्षा से पहले नकल माफिया पूर्व प्रधान साहित गैंग के 07 अभियुक्त हुए गिरफ्तार,अभियक्तों के कब्जे से 14 लाख रूपये का चेक, 7360/- रूपये नगदी, 06 फर्जी आधार कार्ड , 10 अदद मोबाईल साहित स्कार्पियों गाड़ी नं0. UP 32 LK1333 हुई बरामद,पुलिस के अनुसार 24 फरवरी को थानाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार सिंह एवं थाना कंधरापुर की टीम एवं निरीक्षक नन्द कुमार तिवारी व स्वाट टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना पर उत्तर प्रदेश पुलिस (आरक्षी) परीक्षा में नकल कराने का झांसा देकर पैसा वसुलने वाले गिरोह को नकल कराने से पूर्व ही सेहदा से चक बिजली ग्राम जाने वाले रास्ते पर 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर के पूछ ताछ कर रही है। जिन अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनका नाम पता है।1. संजय यादव पुत्र स्व0 रामराज यादव निवासी कुम्भ मठिया थाना बरदह जनपद आजमगढ 2. रोहित गुप्ता पुत्र भरतलाल गुप्ता निवासी वार्ड नम्बर 2 अम्बेडकरनगर कसवा व थाना मेहनगर जनपद आजमगढ 3. हरिवंश यादव पुत्र सुखई यादव निवासी दिवाकर पुर थाना गौराबादशाहपुर जनपद जौनपुर 4. भीम यादव पुत्र स्व0 मोती यादव निवासी खनियरा थाना देवगांव जनपद आजमगढ 5. कैलाश यादव पुत्र श्यामजीत यादव निवासी ग्राम जैतीपुर थाना बरदह जनपद आजमगढ 6. राजेश तिवारी पुत्र स्व0 सभाकर तिवारी निवासी ग्राम जियासड़ थाना मेहनगर जनपद आजमगढ 7. पवन कुमार सिंह पुत्र अनिल सिंह निवासी ग्राम भगेही थाना रामपुर जिला जौनपुर को को गिरफ्तार किया गया इनके कब्जे से 7360/- रूपया, कुल 14 लाख रूपये के दो चेक, आज के उ0प्र0 पुलिस भर्ती परीक्षा से सम्बन्धित 09 ADMIT CARD, 06 फर्जी आधार कार्ड, 10 मोबाइल व 01 स्कार्पियों वाहन को बरामद किया गया। सभी अभियुक्तों के विरूद्ध थाना कंधरापुर पर मु0अ0स0 46/2024 धारा 120B/419/420/467/468/471/34 भादवि का पंजीकृत कराकर वैधानिक कार्यवाही करते हुये मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।पुलिस का कहना है कि अभियक्तों ने पूछताछ करने पर बताया कि सरकार द्वारा सरकारी नौकरी में की जाने वाली भर्ती के दौरान हमलोग परीक्षार्थियों से अपने स्रोत से गोपनीय रूप से सम्पर्क कर के उन्हें प्रतियोगी परीक्षा में सफल कराने का झांसा देकर उनसे लाखों की रकम नगद / चेक के माध्यम से वसुलते है तथा एडमिट कार्ड की कापी वाट्सएप्प से मंगा लेते है। अपनी पहचान छिपाने के लिए हम लोग फर्जी आधार कार्ड रखते है ताकि किसी को पता न चले तथा परीक्षा के दिन परीक्षा केन्द्रो के समीप जाकर परीक्षार्थियों को फोन या हार्ड कापी के माध्यम से फर्जी ANSWER KEY उपलब्ध कराकर उनके द्वारा दिया गया पैसा एैठ लेते है। हमलोगो द्वारा कई बार सोशल मीडिया पर वायरल ANSWER KEY को भी इस्तेमाल कर लिया जाता है। आज भी यही प्लान था, लेकिन आप लोगों ने पकड़ लिया ।