Azamgarh :स्टेट यूनानी मेडिकल कॉलेज प्रयागराज में फार्माकोविजिलेंस सेंटर का आरम्भ हुआ जागरूकता कार्यक्रम

स्टेट यूनानी मेडिकल कॉलेज प्रयागराज में फार्माकोविजिलेंस सेंटर का आरम्भ हुआ जागरूकता कार्यक्रम

रिपोर्टर रोशन लाल

प्रयागराज 20 मार्च को स्टेट यूनानी मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज में नेशनल फार्माकोविजिलेंस सेंटर, नई दिल्ली, इंटरमीडियरी फार्माकोविजिलेंस सेंटर, जयपुर, और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन, बेंगलुरु आदि के दिशानिर्देशों के अनुसार, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से जुड़े पेरीफेरल फार्माकोविजिलेंस सेंटर के सहयोग से कॉलेज की फार्माकोविजिलेंस सेल ने एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य आयुष दवाओं के दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग, भ्रामक विज्ञापनों से जनता को जागरूक और सुरक्षित करना आदि रहे। कार्यक्रम की शुरुआत कुरआन पाठ से हुई। इसके बाद, डॉक्टर मोहम्मद सुहैल ने स्वागत भाषण दिया। बनारस से आईं डॉक्टर रम्या जे. कुमार ने वक्ताओं का परिचय प्रस्तुत किया।

पेरीफेरल फार्माकोविजिलेंस सेंटर के सह-समन्वयक, डॉक्टर रोहित शर्मा ने आयुष चिकित्सा प्रणाली में फार्माकोविजिलेंस सेंटर के महत्व को रेखांकित किया और इसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। डॉक्टर संत कुमार टी. ने दवाओं के दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग और भ्रामक विज्ञापनों से निपटने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की।

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से आए तीसरे वक्ता और समन्वयक, प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह ने शिक्षकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद किया और आयुष चिकित्सा प्रणाली में दवाओं के दुष्प्रभावों और उनके सुधारात्मक पहलुओं को प्रमाणों सहित प्रस्तुत किया।

चौथे वक्ता, स्टेट यूनानी मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज के प्रिंसिपल और कॉलेज की पेरीफेरल फार्माकोविजिलेंस सेल के चेयरमैन, डॉक्टर वसीम अहमद ने इस जागरूकता कार्यक्रम के महत्व पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि कॉलेज अस्पताल में इस तरह की कोई शिकायत मिलती है तो उसे तुरंत सेंटर को रिपोर्ट किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेज के शिक्षक और विद्यार्थी इस अभियान का अभिन्न हिस्सा हैं और हमेशा सतर्क रहते हैं।

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर उसामा अहमद ने किया, जबकि संचालन का दायित्व कॉलेज की फार्माकोविजिलेंस समिति के समन्वयक, डॉक्टर मोहम्मद अख्तर अली ने निभाया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।

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