नीमा आजमगढ़ द्वारा नीमा स्थापना दिवस और मतदान जागरूकता अभियान कार्यक्रम का हुआ आयोजन: डॉ. डी.डी. सिंह
एकीकृत चिकित्सा ही एकमात्र विकल्प है डॉ केदार यादव,आओ मिलकर अलख जगायें, शत प्रतिशत मतदान करायें
रिपोर्ट:राकेश श्रीवास्तव
सगड़ी/आजमगढ़:नेशनल इन्ट्रीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) का 77वां स्थापना दिवस समारोह कल शाम को होटल ग्रैंड एसआर के सभागार में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य आर. के. आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केदारनाथ यादव रहे। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की गई। इसके बाद डॉ. पी.एन. मिश्रा ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। तत्पश्चात नीमा गान क्वचिद अर्थ क्वचिद मैत्री गाकर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। तत्पश्चात डॉ. अमित झा, डॉ. रवि कांत ठाकुर, डॉ. दीपक कुमार सिंह, डॉ. पी.के. केसरी और डॉ. अमित श्रीवास्तव ने अपने-अपने विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। जिसका उपस्थित चिकित्सकों ने लाभ उठाया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि डॉ. केदारनाथ यादव ने कहा कि आज के वर्तमान परिवेश में एकीकृत चिकित्सा ही एकमात्र विकल्प है, जिसे आयुर्वेद और यूनानी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से ही पूरा किया जा सकता है। आगे उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना में आयुर्वेदिक दवाओं और आयुष काढ़ा ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है।आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सकों के राष्ट्र व्यापी संगठन नीमा ने पूरे देश मे कोविड काल में आगे बढ़कर अपना योगदान दिया है, जिसके लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं।
नीमा के सचिव डॉ. विनोद कश्यप ने सभी चिकित्सकों का स्वागत करते हुए नीमा की स्थापना एवं क्रिया कलापों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसकी स्थापना राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान, गरिमा प्राप्त करने और एकीकृत चिकित्सा के हितों को बनाए रखने के लिए तथा एकीकृत चिकित्सा को विकसित करने के लिए दिल्ली में 13 अप्रैल 1948 को की गई थी। आज देश में आयुर्वेद व युनानी पद्धति के 1.5 लाख से ज्यादा चिकित्सक नीमा के सदस्य है। जिले में इसके सदस्यों की संख्या 450 है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। नीमा उपाध्यक्ष डॉ. मनीष राय ने कहा कि संस्था समय-समय पर मेडिकल कैंप व अन्य सामाजिक कार्यों को करती रहती है। उन्होंने कहा कि यह गौरव का विषय है कि नीमा आज़मगढ़ ने लॉकडाउन काल में रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और पेट्रोल पंप पर निःशुल्क मास्क का वितरण किया, जिससे समाज में संगठन के प्रति विश्वास बढ़ा है।
नीमा वोमेन्स फोरम की अध्यक्षा डॉ. आरती सिंह ने राष्ट्रीय स्तर पर आयुष चिकित्सा को स्थापित करने के लिए नीमा की सराहना की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आइएसएम स्नातक देश के स्वास्थ्य की रीढ़ हैं। यूनिसेफ और डब्लूएचओ द्वारा इस बड़े महाद्वीप की स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पूरे देश में अभ्यास करने वाले एकीकृत चिकित्सकों की इस लम्बी श्रृंखला की सेवाओं की वकालत की गई है।नीमा हमेशा से ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेती रही है। कन्या भ्रूण हत्या, अंधेपन की रोकथाम, RNTCP के तहत ट्यूबरक्लोसिस के उन्मूलन और नशीली दवाओं की लत के खिलाफ आम नागरिकों को संरक्षित करने के लिए तत्पर रहती है।कोषाध्यक्ष डा. संतोष कुमार सिंह ने कहा कि आयुर्वेद एवं योग दोनों एक दूसरे के पूरक है। पंचकर्म द्वारा आसाध्य रोगों को ठीक किया जा सकता है।अध्यक्ष डा. अजीम अहमद ने जिले भर में नीमा के प्रति लोगों के बढ़ते विश्वास की सराहना किया और कहा कि नीमा ऐसे ही समाज के प्रति अपने क्रिया कलापों के माध्यम से समर्पित रहेगी।
स्थापना दिवस के दिन निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित करने वाले डॉ. डी. के. मौर्या को माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।पूर्व नीमा अध्यक्ष डॉ. डी.डी. सिंह ने विगत वर्षों में नीमा आजमगढ़ की प्रगति पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह आज की नीमा है जिससे डब्लूएचओ, यूनिएस्को, जिलाधिकारी महोदय, सीएमओ सर और आईएमए के लोग सहयोग की अपील करते हैं। इसे प्रत्येक सदस्य को समझना होगा। यदि नीमा आजमगढ़ मजबूत हुई है तो उसका फायदा नीमा के प्रत्येक सदस्य को है और मिलेगा। कोरोना काल में नीमा के लोग समाज के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़े थे। इसके साथ ही जब समाज को सबसे ज्यादा जरूरत थी तब नीमा के लोगों ने रक्तदान करके कितनों की जान बचाई है। यह सारे कार्य नीमा आजमगढ़ के प्रत्येक सदस्य को गर्व का अनुभव कराते रहेंगे। हमने रेगुलर सीएमई की, सीपीआर ट्रेनिंग जैसा वर्कशॉप कराया, क्रिकेट मैच का सफल आयोजन किया, मिनी मैराथन का आयोजन किया और भी बहुत कुछ जिससे हमें एक होने का एहसास होता रहे। हमारी वोमेन्स फोरम प्रदेश की तीसरी वोमेन्स फोरम है। आज हमारे सदस्य स्टेट कॉउंसिल और सेंट्रल कॉउंसिल में अपना सक्रिय योगदान दे रहे हैं। इसी के साथ विधान सभा चुनाव के दौरान नीमा चिकित्सकों द्वारा चुनाव का निशान दिखाने पर अगले दो दिन निःशुल्क परामर्श देकर जिलाधिकारी सहित पूरे जनपद का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। पिछले साल हुए रक्तदान शिविर के लिए राष्ट्रीय रक्तनायक अवार्ड मिलना नीमा आजमगढ़ के लिए गर्व की बात है।
इसके पश्चात डॉ. डी.डी. सिंह ने सभी नीमा सदस्यों को शपथ दिलाई कि हम शपथ लेते हैं कि हम सभी स्वयं मतदान करेंगे और अपने आसपास के लोगों को बढ़ चढ़कर मतदान करने के लिए प्रेरित भी करेंगे, जिससे स्वस्थ लोकतंत्र की स्थापना होगी। इसी के साथ “आओ मिलकर अलख जगाएँ, शत प्रतिशत मतदान कराएँ” स्लोगन भी दिया गया, जिसे सभी नीमा चिकित्सक अपने हर दवा पर्ची पर अंकित करेंगे।
अंत में नीमा परिवार द्वारा मुख्य अतिथि को प्रतीक चिन्ह और अंग वस्त्रं देकर सम्मानित किया गया। अध्यक्ष डॉ. अज़ीम अहमद ने उपस्थित सभी चिकित्सकों की सहभागिता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. वी.के. सिंह ने तथा संचालन डॉ. विनोद कश्यप ने किया।
इस अवसर पर डॉ. उमेश पांडेय, डॉ. अबुल बशर, डॉ. समर कांत दिवाकर, डॉ. अनिल कुमार सिंह, डॉ. आरती सिंह, डॉ. वेद प्रकाश सिंह, डॉ. डी.डी. सिंह, डॉ. मनीष राय, डॉ. अबु शहमा खान, डॉ. संतोष कुमार सिंह, डॉ. मनीषा मिश्रा, डॉ. अज़ीम अहमद, डॉ. विभा त्रिपाठी, डॉ. नूर बानो, डॉ. राज कुमार शर्मा, डॉ. नागेन्द्र तिवारी, डॉ. राघवेंद्र सिंह, डॉ. जे.पी. त्रिपाठी, डॉ. वी.एस. सिंह, डॉ. ज्या आलम, डॉ. डी.पी. सिंह, डॉ. जगदीश यादव, डॉ. प्रेम प्रकाश राय, डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. मो.ताहिर, डॉ. पी.एन. मिश्रा, डॉ. नईम अहमद, डॉ. आर.पी. सिंह, डॉ. विष्णु कुमार, डॉ. देवाशीष शुक्ला, डॉ. शाकिब जमाल, डॉ. उपेंद्र दूबे, डॉ. रीता दूबे, डॉ. आर.पी. चौरसिया, डॉ. डी.के. मौर्या, डॉ. शहज़ाद आलम आदि लोग उपस्थित रहे।