भोगांव घाट पर मुर्दा टैक्स लिए जाने के विरोध में सपाइयों का प्रदर्शन
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा डीएम को
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। भोगांव घाट पर मुर्दा टैक्स के रुप में एक हजार रुपए लिए जाने पर समाजवादी पार्टी मुखर होकर मंगलवार को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर टैक्स वापस लेने की मांग की गई।
इस दौरान जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि शिक्षा, ट्यूशन के साथ रोटी, कपड़ा व मकान पर जीएसटी लगाकर सरकार टैक्स ले रही थी। अब इस भाजपा की सरकार में एक हजार रुपया मुर्दों पर भी टैक्स ले रही है। उन्होंने कहा कि भारत मे राजाओं ने हजारों वर्षों तक राज्य किया। लेकिन मुर्दा टैक्स नही लिए गए। मुगलों व अंग्रेजों ने भी कभी टैक्स नहीं लिया। 77 वर्षों से मिली आजादी के बाद किसी भी सरकार द्वारा मुर्दा टैक्स नही लगाई। लेकिन इस भाजपा की सरकार में भोगांव घाट पर जिला पंचायत मिर्जापुर के
द्वारा वहां पर शव का अंतिम संस्कार के लिए ले जाने पर एक हजार रुपए की टैक्स वसूली की जा रही है।
श्री यादव ने कहा कि अमीर और पैसे वाले तो काशी घाट और रामपुर घाट जाते हैं। लेकिन गरीब छोटी काशी के नाम से मशहूर भोगांव घाट पर मृत आत्मा को बैकुंठ में स्थान मिलें। इसी कामना को लेकर आते हैं। भदोही जिले के 99 फीसदी लोगों का अंतिम संस्कार भोगांव घाट पर होता है। हर बात पर सनातन धर्म की बात करने वाली भाजपा सरकार द्वारा अब सनातनी मुर्दों से टैक्स ले रही है। सरकार का यह टैक्स ठीक नहीं है। इसको तत्काल बंद किया जाए। अगर बंद नहीं किया गया तो सपाई चूप नहीं बैठेंगे। इसको लेकर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
इस मौके पर जिला महासचिव ह्रदय नारायण प्रजापति, रामकिशोर बिंद, कल्लन यादव, रमाशंकर, संतोष यादव, केशनारायण यादव, लालचंद बिंद, रामधनी यादव, सलाउद्दीन अंसारी, धर्मेंद्र मिश्र पप्पू,
सुभाष यादव, बाबा खलीफा, काशीनाथ पाल, रवि यादव, राजन यादव, वजीर आलम, महेंद्र यादव, डा.सूर्यमणि यादव, महेंद्र गोड, मनोज कनौजिया, अमरनाथ यादव, सुरेश यादव, दिलीप यादव, संदीप यादव, गामा यादव, डा.नींबू लाल यादव, प्रेमचंद यादव, राजकुमार यादव, रमाशंकर प्रजापति, इमरान खां, कृष्ण मुरारी, जटाशंकर, बडेलाल, शंकर यादव, गरुण यादव, दिलीप दुबे, रमाशंकर, जटाशंकर, शिव शंकर आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।