आजमगढ़ में बीमार बहन को अस्पताल में देखने जा रहे भाई की सड़क हादसे में गई जान
आजमगढ़-मऊ मार्ग स्थित छठियांव गांव के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। हादसे की सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया। पड़िता गांव निवासी सत्येंद्र यादव (35) देर शाम मऊ जनपद होकर आजमगढ़ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती अपनी बहन को देखने के लिए जा रहा था।छठियांव गांव के पास देर रात अज्ञात वाहन के चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया। आस-पास के लोग उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और शव लेकर घर आ गए। जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।सत्येंद्र घर पर रहकर खेती का कार्य कर परिवार का जीवकोपार्जन करते था। पत्नी विमला देवी, मां चंद्रावती देवी सहित रिश्तेदारों के रोने बिलखने से गांव में चीख-पुकार मच गई। थानाध्यक्ष राजेश कुमार मिश्र ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पिकअप की चपेट में आने से युवक की मौत
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के फुलवरिया अंडरपास के समीप पिकअप की चपेट में आने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गयी। मृतक आजमगढ़ से बस द्वारा अपनी नानी को दवा दिलवाकर वापस घर लौट रहा था। सूचना पर अहरौला पुलिस के साथ ही अंबेडकरनगर जिले की पुलिस भी पहुंची। घंटो दोनों जिलों की पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। बाद में अंबेडकरनगर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम में भेजा।अहरौला के अतरडीहा गांव निवासी प्रशांत मौर्य 18 अपने ननिहाल पारा गांव में रहता था। उसके नानी की तबीयत खराब थी। जिनका इलाज आजमगढ़ जिला मुख्यालय पर प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था। शुक्रवार करात वह अपनी नानी को दवा दिला कर बस से वापस घर जा रहा था। रात लगभग 10 बजे वह बस से फुलवरिया अंडरपास के पास उतरा। इसी दौरान तेज रफ्तार पिकअप ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।