सीएम योगी के आने से पहले आकर्षित भीड़ ने लगाया हाईवे पर जाम, थम गई तीन घंटे रफ्तार,आश्वासन के बाद खुला जाम
यूपी के मथुरा में बृहस्पतिवार को सीएम योगी के आने से पहले फौजी की हत्या से आक्रोशित भीड़ ने हाईवे जाम कर दिया। लोगों को समझाने और हाईवे खाली कराने में सूचना पर पहुंची पुलिस के पसीने छूट गए।बता दें जैंत में ट्रेन के आगे धक्का देकर फौजी की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी न करने को लेकर ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर दिया। तीन घंटे हाईवे जाम रहा। जाम खुलवाने को लेकर पुलिस प्रशासन व अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। ग्रामीण हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हाईवे जाम पर अड़े रहे। इस दौरान कई किलोमीटर दोनों हाईवे पर जाम लग गया। आला अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों दिए 12 से 24 घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर जाम खुला। जैंत थाना क्षेत्र के जैंत निवासी लोकेश प्रताप पुत्र लक्ष्मण सिंह का शव क्षत विक्षत हालत में रेलवे ट्रैक पर मिला था। जो कि सेना में राजपूत रेजीमेंट मेरठ में तैनात था। परिजनों ने प्रेम प्रसंग के शक में नामजदो पर लोकेश प्रताप में ट्रैन के आगे धक्का देकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए बुधवार रात्रि थाना जैंत पर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया था। बृहस्पतिवार सुबह तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ सुबह 8:30 बजे हाईवे जाम कर दिया। तीन घंटे आगरा-दिल्ली व दिल्ली-आगरा हाईवे जाम रहा। ग्रामीण नारेबाजी करते हुए हत्यारोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर हाईवे पर डटे रहे। इस दौरान जाम खुलवाने के लिए प्रशासन ने लाठियां फटकाकर जाम खुलवाने की कोशिश की लेकिन कारगर साबित नहीं हुए। एसपी सिटी अरविंद सिंह, सीओ सिटी प्रवीण कुमार मलिक, सीओ सदर कुंवर आकाश सिंह, गोवर्धन विधायक मेघश्याम सिंह, एसडीएम मथुरा राजकुमार भास्कर, चौमुंहा चेयरमैन प्रतिनिधि कारे बाबा द्वारा 24 घंटे के अंदर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर 11:30 बजे जाम खुला। जाम खुलने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। जाम खुलने के पौने घंटे बाद वाहनों का आवागमन हाईवे पर सुचारू हो सका। योगी की सभा पर भी पड़ा जाम का असर भाजपा सांसद प्रत्याशी हेमा मालिनी के नामांकन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा होनी थी। जाम लगने के कारण जैंत, चौमुंहा, अकबरपुर, छाता, कोसी के भाजपा कार्यकर्ता सभा स्थल तक नहीं पहुंच पाए। सभी जाम में फसे रहे। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी के लिए नामांकन करने जा रहे अकबरपुर निवासी भानु प्रताप सिंह अपने समर्थकों के साथ जाम में फंसे रहे। कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट जाम में फंसे हाईवे पर दोनो तरफ लगे जाम में कॉलेज जा रहे स्टूडेंट भी फस गए। जमे में फसे स्टूडेंट वहीं एकत्रित होकर नजारा देखते रहे। उधर सुबह के समय कामकाज पर जाने वाले लोग भी जाम में फस गए। हालांकि काफी लोग लोकल रास्तों से निकलते रहे। लेकिन जब जाम लम्बा हुआ तो वे भी जहां के तहां फंसे रह गए।bb प्रेम प्रसंग में हुई लोकेश की हत्या जिस विवाहिता को लेकर लोकेश प्रताप की हत्या हुई उसका नाम लोकेश के सीने पर गुदा हुआ है। लोकेश के छुट्टी आने के अगले दिन से ही विवाहिता अपने दोनो बच्चों के साथ घर से गायब है। अभी तक उसका कोई पता नहीं लगा है। महिला पिछले दो वर्ष से पति से अनबन होने के बाद अपने बच्चों के साथ ननिहाल में ही रह रही थी। ग्रामीणों ने बताया कि विवाहिता की शादी से पहले से ही लोकेश प्रताप के उससे संबंध थे। आठ महीने पहले ही लोकेश की शादी हुई थी। अभी उसे कोई संतान नहीं है। V आरोपियों ने बुलाया था घर आरोपी भागीरथ पुत्र तोताराम, संजय, किरनपाल, हाकिम पुत्र भागीरथ, हरीसिंह पुत्र श्यामोला, गोपाल पुत्र हरिसिंह, सतीश पुत्र लक्खो ने लोकेश को हरीसिंह के घर बुलाया था। रात करीब 10 बजे तक जब लोकेश घर नहीं लौटा तो लक्ष्मण ने दूसरे पुत्र राजू को हरीसिंह के घर भेजा। राजू को देखकर हरीसिंह आग बबूला हो गया और परिवार को देख लेने की धमकी दी। कहा कि लोकेश युवती की तलाश में गया है और अपना पर्स व मोबाइल हमारे पास छोड़ गया है। मामले में सात नामजद बुधवार सुबह 10 बजे सूचना मिली कि लोकेश का शव भागीरथ के घर के पास रेलवे ट्रैक पर पड़ा है। सीओ सदर कुंवर आकाश सिंह ने बताया परिजन की तहरीर के आधार पर सात नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दो आरोपी संजय व भागीरथ को हिरासत में लिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि एक युवती की मां उसे जन्म देने के बाद ही खत्म हो गई थी। बचपन से ही युवती अपनी ननिहाल में रह रही थी। लोकेश प्रताप के छुट्टी आने के बाद अगले दिन ही युवती घर से गायब थी, जो अब तक नहीं मिली है।