भदोही:मस्जिदों में पढ़ी गई अलविदा की नमाज,मांगी अमन-चैन की दुआ
रिपोर्ट: असरफ संजरी
भदोही। मुकद्दस माह रमजान के आखिरी जुमे को मस्जिदों में मुस्लिम समाज के लोगों ने अकीदत के साथ अलविदा की नमाज पढ़ी। छोटी ईद कहे जाने वाले अलविदा के दिन नमाज पढ़ने के बाद लोगों ने मुल्क में अमन व शांति तथा कौम की तरक्की के लिए दुआ मांगी।
नगर के मोहल्ला जमुन्द स्थित अकबरी मस्जिद में अलविदा की नमाज पढ़ने आए अकीदतमंदों को संबोधित करते हुए हाफिज मो. शाहनवाज ने कहा कि रमजान माह के आखिरी जुमे को अलविदा की नमाज पढ़ी जाती है। रमजान का आज आखिरी जुमा है, जिसे हम लोग अलविदा कहते हैं। इस मुकद्दस महीने में अल्लाह अपने इन बंदों पर जो उसकी राह में रोजे रखकर पांचों वक्त नमाज पढ़ता है, और कुरान-ए-पाक की तिलावत व तरावीह पढ़ता है, उन पर अपनी रहमतों की बारिश करता है। इस बार कहीं भी सड़क पर नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी गई। भदोही शहर के तकिया कल्लन शाह मस्जिद में भीड़ के चलते सड़क पर नमाज होती थी लेकिन इस बार नहीं हुई। शुक्रवार 26 रोजे पूरे हो गए। अलविदा के नमाज के लिए सभी मस्जिदें खचाखच भरी रहीं। भदोही और नईबाजार में नमाज का दौर दोपहर 12.30 बजे से ढाई बजे तक चला। भदोही नगर के पचभैय्या, जमुन्द, पीरखांपुर, बाजार सलाबत खां, काजीपुर, निजामपुर, बाजार सरदार खां, गोपला पर, दरोपुर, चकमीरा शाह, स्टेशन रोड, जलालपुर, आलमपुर, नूरखांपुर, जल्लापुर आदि में जगह पाने के लिए लोग अजान सुनते ही घर से निकल गए थे। वहां नमाज से पहले उलेमा और हाफिजों ने तकरीर में रोजे की अहमियत बताई, ईद से पहले पहले फितरा अदा करने के लिए कहा। यह भी कहा कि जिन्हें अल्लाह ने दिया है वे अपने अपने हिस्से का जकात जरूरतमंदों को पहुंचा दें।