आजमगढ़:”युवाओं की शक्ति से ही बनेगा एक उज्ज्वल भविष्य।”
Azamgarh news :"A bright future will be created only by the power of youth."
रिपोर्ट चन्द्रेश यादव
अतरौलिया (आजमगढ़)ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज अतरौलिया आजमगढ़ के प्रांगण में युवाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम के अवसर पर इस साल की थीम *”एसडीजी और उससे आगे के लिए स्थानीय युवा कार्यवाहियां”* विषय पर विद्यालय के बच्चों के साथ संवाद का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया से एच.ई.ओ. जितेंद्र कुमार, विद्यालय की प्रधानाचार्य प्रतिभा जी उपस्थित रही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जाह्नवी दत्त ने बताया कि हमारे देश में युवाओं की संख्या कुल आबादी का एक तिहाई है, इसलिए भारत को युवाओं का देश कहा जाता है। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस प्रतिवर्ष 12 अगस्त को पूरी दुनिया में मनाया जाता है, ताकि युवाओं से जुड़े मुद्दों को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के ध्यान में लाया जा सके तथा आज के वैश्विक समाज में भागीदार के रूप में युवाओं की क्षमता का जश्न मनाया जा सके। यह दिवस युवाओं की आवाज़, कार्य और पहलों का जश्न मनाने और उन्हें मुख्यधारा में लाने के साथ-साथ उनके सार्थक, सार्वभौमिक और न्यायसंगत जुड़ाव का अवसर देता है। इस अवसर को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में युवाओं द्वारा सामना की जाने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों पर प्रकाश डालना है। एच.ई.ओ. जितेंद्र कुमार द्वारा बताया गया कि आज अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 की जो थीम है *”एसडीजी और उससे आगे के लिए स्थानीय युवा कार्यवाहियां”* इसका मतलब है कि युवाओं को स्थानीय स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए । यह थीम युवाओं को उनके समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने और वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है । आप सभी ने स्वामी विवेकानंद जी को सुना होगा । स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के बारे में बहुत ही प्रेरणादायक विचार रखते थे। उनका विचार था *”उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।”* यह विचार युवाओं को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करता है। हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या सोचते हैं। संस्था कार्यकर्ता राजेश कुमार द्वारा बताया गया कि जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक चुनौती है जो हमारे ग्रह के भविष्य के लिए खतरा पैदा कर रही है। यह एक जटिल और बहुस्तरीय समस्या है जिसके लिए वैश्विक सहयोग और सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक तापमान में वृद्धि हो रही है, जिससे चरम मौसम की घटनाएं जैसे कि हीट वेव और सूखा बढ़ रहे हैं। ज्योति द्वारा युवा महिलाओं के लिए मिलान कॉलेज छात्रवृत्ति योजना के बारे में बताया कि उच्च शिक्षा के लिए ‘मिलान’ छात्रवृत्ति, आर्थिक रूप से वंचित समुदायों की शैक्षणिक रूप से होनहार युवा महिलाओं को स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए 55 हजार की वित्तीय सहायता प्रदान करके उन्हें विश्वविद्यालयी शिक्षा में भाग लेने में सहायता करती है, जिससे वह अपने और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सक्षम बना सके। ये केवल उनके लिए है जिन्होनें 12वीं कक्षा पूरी कर ली है । जो पाठ्यक्रम प्रथम वर्ष में नामांकित हो, ये छात्रवृत्ति केवल साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एंव मैथमेटिक्स कोर्सेज के लिए लागू है।