अलग अलग दो गावों में आगलगी से चार रिहायसी झोपड़ी जलकर, राख

 

रिपोर्ट अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स

रसड़ा (बलिया) रसड़ा क्षेत्र के अलग अलग दो गांवो में आग लग गयी। बसतौरा गांव में गुरुवार की देर रात्रिचूल्हे के निकली चिंगारी से तीन रियासी झोपड़ियां जलकर राख हो गई। वही शुक्र्वार को दुगाई गांव मे सुबह लगभग 10 बजे एक और रिहायसी झोपड़ी में आग लग गयी। इस आगलगी में झोपड़ी में रखें घर गृहस्थी के सभी सामान जलकर राख में बदल स्वाहाहा हो गए। बताते है कि बसतौरा निवासी संजीव उर्फ गामा पुत्र छोटेलाल के सभी परिवार भीजन करने के बाद सो रहे थे कि झोपड़ी में किसी तरह से रिहायसी झोपड़ी में आग लग खयी। जब आग से गर्मी होने लगी तो परिजनों की नीद खुली एवम् शोर मचाने लगे। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया वहीं पास स्थित कन्हैया एवं मंगरी देवी की रिहायसी झोपड़ी को भी अपने आगोश में ले लिया। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीण आग पर काबू पाते तब तक तीनों आदमियों की रियासी झोपड़ी में रखे नगदी वर्तन अनाज कपड़ा गहना एवं मवेशियों के रखे भूसा जलकर राख हो गया। पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने को मजबूर है। तो इसी क्रम मे दुगाई में रिहायसी झोपड़ी में आग लगने से उसमें रखे नगदी समेत घर गृहस्ती का सारा सामान जल कर खाक मे मिल गया।आगलगी मे मवेसियो व समान बचाने के प्रयास में परिवार के पति-पत्नी व पुत्र पुत्री आग के चपेट मे आकर झुलस गये। इसके साथ ही दो गाय एक बछिया तथा दो बकरी भी झुलस गयी। आनन फानन में झुलसे लोगों को स्थानीय अस्पताल लाया गया जहां उनवका उपचार कराया गया आगलगी में पहुंचे ग्रामीणो के अथक प्रयास से आग पर काबू पाया। दुगाई के लोगो ने बताया कि गोरख राम की रिहायसी झोपड़ी में आचनक आग लग गयी और तेज हवा के चलते बिकराल रूप धर लिया जिसे रखा पांच हजार नगदी आभूषण कपड़ा अनाज सहित सारा सामान जल कर राख हो गया। मवेशियो को बचाने में 55 वर्षीय गोरख राम उनकी पत्नी 50 वर्षीय कमलावती व पुत्र धीरज (20) तथा विवाहित पुत्री ज्योति (26) झुलस गयी। साथ ही मवेसी भी गम्भीर रूप से झुलस गयी।

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