जिला अस्पताल:अफसरों की उदासीनता से चर्म रोग विभाग बना अखाड़ा
रिपोर्ट अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स
स्वीकृत पद एक, दो डॉक्टर ठोंक रहे अपनी अपनी दावेदारी
बलिया: प्रशासनिक उदासीनता के चलते जिला चिकित्सालय का चर्म रोग विभाग अखाड़ा बनता जा रहा है. आलम यह है की बिना डिग्री वाले डॉक्टर को चर्म रोग विभाग का चैंबर सौंप दिया गया है. जबकि वैध डिग्रीधारी चिकित्सक इधर-उधर भटक रहे है. उन्हें कभी कालरा वार्ड तो कभी ट्रामा सेंटर में बैठा दिया जा रहा है. इससे जिला चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक तो नहीं समझ पा रहे है. वहीं मरीज भी परेशान होकर भटक रहे है.
विभागीय सूत्रों की माने तो जिला चिकित्सालय में एक चर्म रोग विशेषज्ञ का पद होने के बाद भी दो चिकित्सक अपने-अपने दावेदारी ठोंक रहे हैं. जबकि वास्तविक चर्म रोग विशेषज्ञ को अस्पताल प्रशासन ने कालरा वार्ड में बैठा दिया है. जबकि बिना वैध डिग्रीधारी चिकित्सक को ही चर्म रोग विशेषज्ञ बनाकर बैठा दिया गया है. यह जिला अस्पताल में आए मरीजों का मानना है कि जिला अस्पताल प्रशासन रसूख के सामने पूरी तरह से नतमस्तक है।
जिला अस्पताल के गरीब मरीजों की पूरी पीड़ा से वाकिफ जिला चिकित्सालय प्रशासन के आला अफसर अपने धुन में मस्त हैं. किसी को कुछ भी समझने से बाज नहीं आ रहे हैं. वहीं सत्ता में बैठे सफेदपोश लोगों से भय से सब कुछ जानते हुए भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं किया जा रहा है. बताया जाता है कि बिना वैध डिग्री वाला चिकित्सक का रसूख शासन के गलियारों तक है. जिसके चलते देहात के अस्पतालों में तैनाती के बाद भी नियम के विपरीत जाकर जिला चिकित्सालय में तैनाती दी गई है.
विभागीय जानकारों की माने तो शासन के आला अफसरों ने खुद ही फरमान जारी कर यह निर्देश दिया था कि सीएससी पीएससी पर तैनात चिकित्सकों को तत्काल जिला मुख्यालय से मूल तैनाती वाले सीएचसी या पीएचसी पर भेजा जाय. इस आदेश के बाद जिला मुख्यालय पर सम्बद्ध चिकित्सकों को उनके मूल तैनाती वाले सीएचसी पीएचसी पर भेज दिया गया.लेकिन आज भी जिला चिकित्सालय में दो चिकित्सक ऐसे तैनात हैं जो अपने निजी लाभ के लिए जिला चिकित्सालय के मरीजों का खून चूस रहे हैं. यही नहीं जिला अस्पताल प्रशासन भी उन्हें तमाम पदभार देकर उन्हें भारी बनाया हुआ है.
अस्पताल प्रशासन ना चाहते हुए भी बसंतपुर में तैनात एक चिकित्सक को जिला मुख्यालय पर तैनात कर उन्हें ब्लड बैंक सहित कई अन्य गतिविधियों का अतिरिक्त प्रभार दे दिया है. वहीं चर्म रोग के विशेषज्ञ चिकित्सक को कालरा वार्ड में भेजकर उनके जगह पर किसी सीएससी पर तैनात एक चिकित्सक को चर्म रोग विशेषज्ञ का कक्ष ही दे दिया गया है. इसके चलते गैर जनपद से आए चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ शुभम राय आज भी कभी कलर वार्ड तो कभी ट्रामा सेंटर में बैठकर अपना दिन कट रहे है.
विभागीय सूत्रों की माने तो चर्म विभाग में पहले से अवैध कब्ज़ा देखकर गैर जनपद से स्थानांतरण से आये चिकित्सक अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद ही लंबी छुट्टी पर चले गए थे. इस बाबत पूछे जाने पर सीएमएस डॉ. एस के यादव ने बताया की ऐसी बात मोबाइल पर नहीं बल्कि सामने बैठकर की जानी चाहिए