ऑनलाइन गेमिंग ऐप घोटाले के खिलाफ ईडी की बड़ी कार्रवाई, 2,500 डमी बैंक खातों की पहचान
ED cracks down on online gaming app scam, identifies 2,500 dummy bank accounts
प्रवर्तन निदेशालय कोलकाता ने ‘ई-नगेट’ नामक एक प्रमुख ‘ऑनलाइन गेमिंग ऐप घोटाले’ के खिलाफ सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। गेमिंग प्लेटफॉर्म के रूप में पेश किए गए ई-नगेट ऐप ने उपयोगकर्ताओं को उनके निवेश पर रिटर्न का वादा किया था।
नई दिल्ली, 30 अप्रैल । प्रवर्तन निदेशालय कोलकाता ने ‘ई-नगेट’ नामक एक प्रमुख ‘ऑनलाइन गेमिंग ऐप घोटाले’ के खिलाफ सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। गेमिंग प्लेटफॉर्म के रूप में पेश किए गए ई-नगेट ऐप ने उपयोगकर्ताओं को उनके निवेश पर रिटर्न का वादा किया था।
वास्तविक पैसे पर दांव लगाने और उपयोगकर्ताओं को भारी कमीशन का वादा करने के लिए डिजाइन किए गए आकर्षक गेम की पेशकश करते हुए ऐप ने एक सुनहरे निवेश की तस्वीर पेश की। हालांकि, निवेश किए जाने के बाद ऐप बंद हो गया और निवेशकों को अपने धन को वापस पाने का कोई रास्ता नहीं मिला।
खुलासा 2022 में शुरू हुआ जब ईडी ने घोटाले का पर्दाफाश किया। इस दौरान पता चला कि गलत तरीके से कमाए गए लाभ का एक हिस्सा डिजिटल संपत्तियों में निवेश किया गया था। जांच के दौरान लगभग 2,500 डमी बैंक खातों की पहचान की गई और उनका विश्लेषण किया गया।
तलाशी के दौरान लगभग 19 करोड़ नकद राशि जब्त की गई। घोटाले के मास्टरमाइंड आमिर खान को भी गिरफ्तार किया गया और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
ईडी ने कई एक्सचेंजों से विशेष रूप से बिनेंस, ज़ेबपे और वज़ीरएक्स के कई क्रिप्टो वॉलेट का विवरण मांगा। बिनेंस और अन्य एक्सचेंजों से इकट्ठा जानकारी के कारण 70 खातों में 90 करोड़ की धनराशि रोक दी गई। बिनेंस, ज़ेबपे और वज़ीरएक्स के पास रखे गए 70 खातों में 90 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं, जो घोटाले से जुड़े थे। इन क्रिप्टो संपत्तियों को बाद में ईडी ने अपने कब्जे में ले लिया और ईडी के क्रिप्टो वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया।