आजमगढ़:DM ने कल देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि एवं संवर्गीय विभागों (कृषि, उद्यान, मत्स्य, पशुपालन, सहकारिता, जिला गन्ना विकास, दुग्ध विभाग) की समीक्षा बैठक की गयी।
आजमगढ़:जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कल देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि एवं संवर्गीय विभागों (कृषि, उद्यान, मत्स्य, पशुपालन, सहकारिता, जिला गन्ना विकास, दुग्ध विभाग) की समीक्षा बैठक की गयी,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की समीक्षा में पाया गया कि जनपद में अभी भी 1 लाख 50 हजार किसानों का ईकेवाईसी नही हुआ है। जिस पर जिलाधिकारी ने उप कृषि निदेशक को निर्देशित करते हुए कहा कि कैम्प के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार कराते हुए शत प्रतिशत ईकेवाईसी कराना सुनिश्चित करें। पीएम कुसुम योजनान्तर्गत वर्ष 2022-23 में सोलर पम्प हेतु सेकेण्ड फेज में 182 आवेदकों में से 18 आवेदकों का टोकन मनी जारी किया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शेष बचे हुए आवेदकों का टोकन मनी जारी कराना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही मत्स्य, गन्ना एवं कृषि विभाग के अन्तर्गत आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने की प्रगति खराब पाये जाने पर जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि बैंकों से समन्वय स्थापित करते हुए निर्धारित स्थलों पर कैम्प लगाकर शत प्रतिशत किसान क्रेडिट कार्ड जारी करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिये कि कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) के अन्तर्गत किसानों को पाली हाउस, गोदाम आदि बनाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कृषि अवसंरचना निधि से आच्छादित कर लाभान्वित करें।
जिलाधिकारी ने डीडी कृषि को निर्देश दिये कि जनपद में जितने भी एफपीओ स्थापित किये गये हैं तथा उसमें जो सक्रिय हैं, उनके माध्यम से जनपद के उत्पाद को निर्यात कराना सुनिश्चित करें। उन्होने मत्स्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि मत्स्य पालकों के लिए जो भी तालाब आवंटित हैं, उसका डाटाबेस तैयार कर मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही उद्यान विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद उद्योग उन्नयन योजना की समीक्षा की गयी, जिसमें 309 लक्ष्य के सापेक्ष पोर्टल पर 244 पंजीयन में 130 ड्राफ्ट आवेदन हैं, सबमिट 114 हैं, जिसमें 15 डीआरपी लेवल पर पेंडिंग हैं, बैंक स्तर पर 42 रिजेक्ट हैं एवं 29 लोन स्वीकृत हैं, 25 लोन बैंक में प्रक्रियाधीन है। जिस पर जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि बैंक स्तर से जो 42 आवेदन रिजेक्ट किये गये हैं, उनके कारणों की जांच कर आवेदन पूर्ण कराते हुए बैंक के माध्यम से स्वीकृत करायें। उन्होने कहा कि जो आवेदन बैंक में प्रक्रियाधीन है, उसके लिए बैंक से समन्वय स्थापित कर लोन स्वीकृत करायें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिल कुमार मिश्र, उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी धर्मेन्द्र पाण्डेय सहित उद्यान, मत्स्य, सहकारिता, दुग्ध विभाग के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।