‘बटेंगे तो कटेंगे’ बयान पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने जताई नाराजगी, पूछा, ‘जातियों के नाम पर बांट कौन रहा ’
Congress leader Rashid Alvi expressed his displeasure on the statement 'Batenge to Cutenge' and asked, 'Who has been divided in the name of castes?'
नई दिल्ली:। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ बयान पर सख्त ऐतराज जताया है।मिडिया से बातचीत में उन्होंने सवाल किया कि आखिर बांट कौन रहा है? इसके साथ ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर भी बात की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान ‘बटेंगे तो कटेंगे’ पर आरएसएस के समर्थन पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, यह बड़ा सवाल है कि जातियों के नाम पर कौन बांट रहा है? दूसरी बात यह है आप यह बयान दे रहे हैं कि कि बटोगे तो कटोगे। आरएसएस को यह बताना चाहिए कि किससे खतरा है। पिछले 70-75 सालों के अंदर किसने किसे काटा है?
आरएसएस और भाजपा के नेता सारे देश के अंदर नफरत फैलाने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं कर रहे हैं। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए वह देश के लोगों को बांटने की बात कर रहे हैं नफरत फैलाने की बात कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है मैं ऐसे लोगों की निंदा करता हूं।
जेपी नड्डा के ‘आरएसएस की जरूरत नहीं’ वाले बयान पर कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा ने अगर यह कहा कि हमें अब आरएसएस की जरूरत नहीं है तो देश यही समझेगा उनकी भावना भी यही है हमें आरएसएस की जरूरत नहीं है। अब आरएसएस के पास भावना समझने का कोई दूसरा पैमाना आ गया है तो उसमें हम कुछ कह नहीं सकते। लेकिन भाजपा के बयान का मतलब यही था कि आरएसएस की जरूरत नहीं है।
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की बिगड़ी तबीयत को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा, दिल्ली की हवा खराब है यमुना में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जिन्होंने यमुना में डुबकी लगाई है उन्हें और आम आदमी पार्टी को महसूस होना चाहिए कि दिल्ली की जनता का क्या हाल होगा। दिल्ली के लोग यमुना का पानी पीते हैं। आप सोचिए इसके क्या नतीजे निकलेंगे। बच्चों से लेकर बुजुर्गों की हालत क्या होगी। अस्थमा बढ़ता जाएगा, मैं इन सबके लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार मानता हूं। यह भगवान की तरफ से एक सबक है जो भाजपा को सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा, सरकार ने यमुना की सफाई के लिए जो पैसे दिए उसका गलत इस्तेमाल किया गया। क्योंकि, अभी तक यमुना की सफाई के लिए कोई कार्य नहीं किया गया है।