Burhanpur news:भव्य शोभायात्रा निकालकर वीर महाराणा प्रताप जी जयंती मनाई

रिपोर्ट:रुपेश वर्मा
बुरहानपुर । वीर शिरोमणि श्री महाराणा प्रतापजी जन्मोत्सव समिति ब्रह्मपुर द्वारा 22 मई सोमवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई। श्रीराम चौक कमल तिराहे से प्रारंभ होकर शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए महाराणा प्रताप चौक जैनाबाद में महाराणा प्रताप जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण करके शोभायात्रा का समापन हुआ।क्षत्रिय राजपूत समाज के ठाकुर प्रियांक सिंह ने बताया वीर शिरोमणि श्री महाराणा प्रताप जी का जन्म 9 मई 1540 को राजस्थान के मेवाड़ में हुआ था जिस अनुसार इस वर्ष महाराणा की 489 वी वर्षगांठ मनाई जा रही है। हिंदू विक्रम संवत के अनुसार 22 मई को तिथि अनुसार महाराणा का जन्मोत्सव पड़ रहा है इसलिए 22 मई को ही समाजजन एवं संपूर्ण हिंदू समाज महाराणा प्रताप जी का जन्म उत्सव हर्षोल्लास से मना रहें हैं।
महेश चौहान ने शोभायात्रा में सम्मिलित लोगों से कहा महाराणा प्रताप जी की शौर्य गाथा तो लगभग सबको पता होगी, लेकिन उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी भी बातें हैं जो सबको पता नहीं होती। महाराणा प्रताप के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने कुल 11 शादियां की थीं। राजनीतिक कारणों से हुईं इन शादियों में उनके 17 बेटे और 5 बेटियां थीं। महारानी अजाब्दे के बेटे अमर सिंह ने महाराणा प्रताप के बाद राजगद्दी संभाली।ज्ञानेश्वरी ठाकुर ने मातृशक्तियो को संबोधित करते हुए कहा बचपन से ही महाराणा प्रताप साहसी थे। इसके लिए उन्हें युद्ध कौशल सीखने में कोई दिक्कत नहीं हुई। साथ ही हिन्दू हृदय सम्राट ईश्वर के अनुयायी थे। नित प्रतिदिन ईश्वर की पूजा उपासना करते थे। इसके पश्चात प्रजा की मदद करते थे। उन्हें मानवता का पुजारी भी कहा जाता था। महाराणा प्रताप के प्रथम गुरु उनकी मां थी।

महाराणा प्रताप जी की शोभायात्रा चल समारोह में विभिन्न झांकियां प्रस्तुत की गई। अनेक स्थानों पर मंच लगाकर शोभायात्रा का स्वागत पुष्वर्षा कर किया गया। समाजजन के साथ-साथ संपूर्ण हिंदू समाज हर्षोल्लास से जय राजपूताना जय महाराणा के उद्घोष लगाते रहे। इस उपलक्ष पर सुभाष जाधव, भैयालाल सिसोदिया, पुनीत हस्सनंदानी, हेमराज बेनीवाल, चिमनलाल बेनीवाल, जीवनलाल सिसोदिया, चंदन सुनहरे, शुभम कुशवाह, युवराज शमशावादी, विनोद लोंढे, प्रताप भारद्वाज, भगवान चौहान, भारती पांडे, प्रताप भारद्वाज सरपंच, भूषण पाठक, विनोद बामले, रवि राणा, निलेश चौहान, सूरज ठाकुर, उमेश पाराशर, चेतन चौधरी, भारत भमोरे, रविंद्र बेनीवाल, मनोज भंवरे, कारण चौहान, भूषण बेनीवाल, मयूर मराठा, जय भारद्वाज, विनोद पाराशर, सुमित चौहान, कार्तिक महाजन, नागेश अत्रिश, अतिराज सिसोदिया सहित सैकड़ों की तादाद में हिन्दू सम्मलित हुए।



