‘धार्मिकता, उत्कृष्टता और आध्यात्मिकता का संगम है’, बाबा नीम करौली के दर्शन के बाद बोले उपराष्ट्रपति
'Religion is a confluence of excellence and spirituality', Vice President said after visiting Baba Neem Karauli
नैनीताल, 30 मई : देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उत्तराखंड के नैनीताल जनपद स्थित कैंची धाम पहुंचकर बाबा नीम करौली के दर्शन किए। इस दौरान उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ भी मौजूद रहीं। कैंची धाम में पूजा अर्चना के बाद मंदिर प्रशासन ने उन्हें बाबा की मूर्ति भेंट की।
बाबा नीम करौली के दर्शन के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कैंची धाम में आकर अभिभूत हूं। उत्तराखंड देवभूमि है, महापुरुषों की भूमि है। हाल के कालखंड में इन स्थानों का रखरखाव उत्कृष्ट है। सराहनीय कार्य हो रहा है। नई ऊर्जा मिली है, राष्ट्र के प्रति समर्पण की जो भावना है, उसमें बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति दुनिया में बेमिसाल है। कोई और देश 5 हजार सालों की सांस्कृतिक विरासत नहीं रखता। भारत दुनिया को एक कुटुंब मानता है। ‘वसुधैव कुटुंबकम’, जी-20 में हमारा मोटो दुनिया के सामने गया। वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर। यह कितनी जबरदस्त बात है। इस स्थान पर आकर आदमी आत्मा को पहचानता है। दिल, दिमाग और आत्मा का समेकन होता है।
मुझे यहां धार्मिकता, उत्कृष्टता और आध्यात्मिकता का संगम देखने को मिलता है। ऐसी जगह की यात्रा जहां हमें ऐसे महान संत मिले, जिन्होंने सभी के लिए अनुकरणीय उच्चतम सिद्धांत स्थापित किए।
कैंची धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में आए दिन बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। 15 मार्च से 28 मई तक करीब 15 लाख श्रद्धालु यहां दर्शन कर चुके हैं। कैंची धाम में क्रिकेटर विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, अनुपम खेर तक बाबा नीम करौली के दरबार पर माथा टेक चुके हैं।