तहसील में भाजपा के कार्यकर्ता की न तो एसडीएम सुनता है न ही तहसीलदार
रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स
बलिया। तहसील हो या अन्य सरकारी कार्यालय भाजपा कार्यकर्ता को सम्मान नहीं मिल रहा है। अधिकारी कार्यकर्ताओं की कम व दलालों की बातों को ज्यादा सुनना पसंद करते हैं। उक्त बातें गंगा बहुद्देशिय सभागार में आयोजित मतदाता सम्मान सम्मेलन में पूर्व मंत्री नारद राय ने कही।
उन्होंने कहा कि जनता की सेवा में जो रुकावट पैदा करेगा उसकी खैर नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता तहसील में किसी पीड़ित का दाखिल खारिज, पैमाइश के लिए जाता है तो लेखपाल से लेकर एसडीएम तक कार्यकर्ता को सम्मान नहीं देते हैं।
अगर तहसीलदार, एसडीएम बगल वाली कुर्सी पर मंडल प्रभारी या अन्य पदाधिकारी को बैठाए तो कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलेगा। एक बंदूक का लाइसेंस बनवाने के लिए चौकी से लेकर कप्तान के आफिस तक पूर्व की बसपा सरकार में पैसा लिया जाता था। भाजपा में पैसा न लगे यह हम लोगों को संकल्प लेना चाहिए। भाजपा के कार्यकर्ता थाने पर वसूली करने नहीं जाता है, बल्कि किसी को न्याय दिलाने के लिए जाता है। वहां कार्यकर्ता की बातों को कम सूनी जाती है वहीं, बगल में बैठे दलाल की बाते ज्यादा सुनी जा रही है। उप्र के हर जिले में लाइसेंस बन रहा है, सिर्फ बलिया में ही नहीं बन रहा है, पूर्व डीएम जाते-जाते एक संविदा के कर्मचारी को बंदूक का लाइसेंस बना कर कार्यकर्ताओं के गाल पर तमाचा मारने का काम किया। नारद राय ने परिवहन मंत्री व जिलाध्यक्ष संजय यादव से मांग की सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की बात करे।