श्री राम कथा श्रवण मात्र से जीव का होता है कल्याण, स्वामी अशोकानन्द
जिला संवाददाता, विनय मिश्र ,देवरिया ।
देवरिया । ग्राम बभनौली पांडेय में श्री सुखनंदन महादेव के स्मृति में चल रहे नव दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन अयोध्या धाम से पधारे कथा व्यास श्री अशोकानन्द
महाराज जी श्री राम कथा का श्रद्धालु भक्त जनों को रसपान कराया।महाराज जी ने कहा कि जब महाराज दशरथ जी चौथे पन में पहुच गए तो उन्हें अयोध्या के उत्तराधिकारी की
चिंता सताने लगी। चक्रवर्ती महाराज दशरथ अपने गुरुदेव वशिष्ठ जी के पास पहुंचकर अपनी पीड़ा व्यक्त की । गुरु वशिष्ठ ने चक्रवर्ती महाराज दशरथ से पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ
करने का आदेश दिया। यज्ञ के माध्यम से भगवान का अवतरण अयोध्या की धारा धाम पर हुआ जब जब धर्म का लोप होता है और अधर्म का प्रभाव बढ़ता है तब तब परम्
पिता परमेश्वर धर्म के स्थापना हेतु इस पृथ्वी पर अवतरित होते है। भगवान का अवतार विप्र, धेनु, सुर, सन्त की रक्षा के लिए परमात्मा पावन धरा धाम पर अवतरित होते हैं।
परमात्मा न समीक्षा से मिलते न परीक्षा से मिलते है केवल प्रतीक्षा से मिलते। कथा वाचक अशोकानंद महाराज ने बताया कि मनुष्य जीवन मे नरक धोबी घाट के जैसा है जहां
पर उनके कर्मों का फल मिलता है और फल भोगने के पश्चात वही जीव पुनः इस संसार मे आता है और भगवत भक्ति के द्वारा अपने जीवन को मुक्त करता है। कथा यज्ञ में मुख्य रूप
,अवधेश पांडेय, रामाश्रय पांडेय, लक्ष्मीधर पांडेय, अर्जुन , रामप्रवेश यादव,बसन्त पांडेय डब्लू,रामाश्रय शर्मा,ध्रुवनारायण पांडेय,पप्पू गोंड़, हरिशंकर लाल
श्रीवास्तव,अशोक पांडेय,छांगुर बाबा,अरविंद पांडेय,रामावतार गोंड़, ,कमलाकांत पांडेय, चंद्रप्रकाश पांडेय सुधीर पांडेय,हृदया नंद दुबे,अरविंद दुबे,गणेश पांडेय,नागेंद्र
ठाकुर ,बबलू श्रीवास्तव,सुनील पांडेय,,शिव गोविंद गोंड ,निक्कू,अजय ठाकुर,व सैकड़ो की संख्या में महिलाएं एवं भक्तजन उपस्थित रहें।