वायुसेना प्रमुख ने कहा, पुरानी सोच के साथ कल का युद्ध नहीं लड़ सकते
"You can't fight tomorrow's war with old thinking," the Air Force chief said
तेलंगाना, 15 जून: तेलंगाना के डुंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड का आयोजन किया गया। संयुक्त स्नातक परेड के दौरान भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम ने हैरतअंगेज हवाई प्रदर्शन किया।
213 ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त परेड को एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक युग की लड़ाई जंग के मैदान तक सीमित नहीं है, यह लगातार विकसित होने वाला परिदृश्य है। उन्होंने कहा कि यह जटिल डेटा नेटवर्क और नए साइबर प्रौद्योगिकियों से प्रभावित हो रहा है। हम पुरानी सोच के साथ कल के युद्ध को नहीं लड़ सकते हैं।
इस दौरान उन्होंने व्यावसायिकता, आक्रामकता और पहल को एक लीडर का सबसे अहम गुण बताया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि लीडर्स की भी विचारशील होने की जरूरत है। इस असाधारण यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं तो ऐसे में भारतीय वायुसेना के मूल मूल्यों – अभियान, समग्रता और उत्कृष्टता को अपना मार्गदर्शक बनाएं।
इस समारोह में सफलतापूर्वक उड़ान प्रशिक्षण करने वाले कैडेट्स के अलावा भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और मित्र देशों के अधिकारियों को ‘विंग्स’ प्रदान किया गया।