जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला कौशल समिति की बैठक आयोजित
कौशल विकास से खुलेगी उद्यमिता की राह:डीएम।
जिला संवाददाता, विनय मिश्र, देवरिया।
देवरिया, 19 जून जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कौशल समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कौशल विकास से जुड़ी योजनाओं को शासन की मंशा के अनुरूप धरातल पर उतरने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कौशल विकास से ही उद्यमिता की राह खुलेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष जनपद के 300 कृषक उद्यमियों को इंडियन इंस्टीट्यूट आफ वेजिटेबल रिसर्च, वाराणसी में सब्जी उत्पादन की उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए भेजा जाएगा। उक्त प्रशिक्षण पूर्णतया निःशुल्क होगा। प्रशिक्षार्थियों को मात्र आने-जाने का खर्च वहन करना होगा। उद्यान विभाग प्रगतिशील कृषकों को चिन्हित कर सूची तैयार करेगा।
इसी प्रकार वाराणसी स्थित आईआरआरआई के रिजनल सेंटर में चावल उत्पादन की उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण देने के लिए 30 प्रतिभागियों को जनपद से भेजा जाएगा। इन किसानों को 5 से 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कृषि विभाग इसकी सूची तैयार करेगा।
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एनएफसी पोर्टल पर जनपद में स्थापित छोटे-बड़े सभी औद्योगिक इकाइयों का पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराया जाए। पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों में अधिक से अधिक पदों का सृजन किया जाए और सृजित पदों के सापेक्ष जनपद की युवाओं को अप्रेंटिसशिप योजना का लाभ दिलाया जाएगा। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा सीधे प्रशिक्षण प्रदाताओं को लक्ष्य का आवंटन किया जा रहा है। जनपद के समस्त राजकीय व निजी आईटीआई, पॉलिटेक्निक, फार्मेसी कॉलेज, महाविद्यालय, आदि के लक्ष्य आवंटन के लिए ससमय आवेदन कर लिया जाए।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत वर्तमान में 18 विधाओं के पारंपरिक शिल्पकारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए जिससे अधिक से अधिक युवा इसका लाभ उठा सके।
बैठक में सीडीओ प्रत्यूष पांडेय, उपयुक्त उद्योग खुशबू सिंह, प्रधानाचार्य राजकीय आईटीआई शोभनाथ, ईओ अंकिता शुक्ला सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।