डीएम ने की पशुपालन विभाग की समीक्षा

सम्बन्धित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश।,

जिला संवाददाता, विनय मिश्र, देवरिया।

 

देवरिया, 19 जून  जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जनपद में संचालित गो आश्रय स्थलों में मूलभूत आवश्यकताओं यथा लू-प्रकोप, भूसा संग्रहण, एस०एफ०सी० पूलिंग, हरा चारा के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आहूत की गयीं।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा भूसा संग्रहण (भूसा क्रय एवं दान), एस०एफ०सी० पूलिंग द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष संचित धनराशि एवं व्यय, चारागाह की भूमि पर नेपियर घास / हरा चारा उत्पादन की समीक्षा तथा जनपद में संचालित गो आश्रय स्थलों में आवश्यक आवश्यकताओं की समीक्षा की गयी। सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।

जिलाधिकारी द्वारा एस०एफ०सी० पूलिंग द्वारा गो आश्रय स्थलों के संचालन हेतु शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य रू0 5,72,58,971 के सापेक्ष कम पूलिंग पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एस०एफ०सी० पूलिंग के माध्यम से निर्धारित मानक के अनुरूप एक माह के भीतर अनिवार्य रूप से ग्राम पंचायतों से धनराशि की पूलिंग करने तथा संकलित धनराशि का उपयोग संरक्षित गोवंशों के प्रबन्धन, भूसा गोदाम का निर्माण, आवश्यकतानुसार आवश्यक शेड के निर्माण कराने हेतु जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा जनपद में संचालित गो आश्रय स्थलों में आवश्यक आवश्यकताओं की सूची, सिक रूम का निर्माण, चारा बैंक/भूसा बैंक का निर्माण, आवश्यकतानुसार नवीन शेड का निर्माण करने करने, टैग किये गये चारागाह की जमीन की फेंसिंग, बोरिंग कर सिचांई की व्यवस्था, खेत का निर्माण, अस्थाई गो आश्रय स्थल में विद्युत की व्यवस्था करने, नियमित रूप से ब्लाक एवं तहसील स्तरीय गो संरक्षण, अनुश्रवण एवं मूल्यांकन की समीक्षा बैठक करने हेतु निर्देशित किया गया। गोवंश को ग्रीष्म ऋतु में गर्मी से बचाने हेतु प्रत्येक निराश्रित गो आश्रय स्थल पर विशेष निगरानी कराते हुए गोवंश को धूप व गर्मी से बचाने के लिए पर्याप्त छाया की व्यवस्था करने हेतु सुबबुल, सहजन, पीपल तथा बरगद के वृक्ष लगाने, शेड को तिरपाल अथवा टाट/बोरे से ढकने तथा शेड के ऊपर छायादार लता के पौधे लगाने जिससे शेड को गर्म हवाओं के प्रकोप से बचाया जा सके तथा आगजनी से बचाव हेतु समुचित प्रबन्ध करने तथा फायर स्टेशन का दूरभाष नम्बर प्रत्येक गो आश्रय स्थलों पर आवश्यक रूप से अंकित कराने तथा 04 जनपद में 04 नवीन वृहद गो संरक्षण केन्द्र के निर्माण हेतु भूमि चिन्हांकन कराने हेतु समस्त उपजिलाधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत तथा सम्बन्धित ख०वि०अ०/ अधि०अधि०, न०प०/ न०पं० को निर्देशित किया गया।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी-जिला पंचायत, उपायुक्त मनरेगा, अपर जिला कृषि अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका/नगर पंचायत, समस्त उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।

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