महा अष्टमी व्रत 5 अप्रैल शनिवार को,
पंडित विनय कुमार मिश्र
जिला संवाददाता देवरिया।
बरहज, देवरिया।
महाष्टमी का व्रत ५ अप्रैल २०२५ शनिवार को होगा। आज रात्रि १२:४ बजे *अन्नपूर्णा परिक्रमा* समाप्त हो जायेगा। घर-घर की जाने वाली *नवमी की पूजा* भी आज ही अर्थात् शनिवार को ही की जायेगी। इसे भवानी उत्पत्ति के साथ बसियउरा के रुप में भी मानते हैं।
महानवमी का व्रत ६ अप्रैल २०२५ रविवार को होगा। नवरात्रि की समाप्ति से सम्बन्धित हवनादि कर्म नवमी तिथि पर्यंत रात्रि ११:१३ बजे तक किया जायेगा। रामावतार का महान पर्व श्रीरामनवमी सनातनियों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण होता है और इसका मान भी रविवार को ही है। सर्वत्र विशेषकर रामलला की जन्मस्थली अयोध्या में विशेष धूमधाम शास्त्रीय एवं पारम्परिक धुमधाम विधान के अनुसार इसको मनाया जायेगा। मध्याह्न १२:०० से २:१८ बजे तक कर्क लग्न में श्री राम की स्वर्ण प्रतिमा में सर्वत्र मंदिरों, मठों एवं सनातनियों के घरों में भये प्रकट कृपाला की मधुर स्वर लहरी सब कुछ राममय कर देगी। गोस्वामी तुलसीदास ने आज के दिन ही श्री रामचरित मानस की रचना प्रारम्भ की थी। इसके उपलक्ष्य में मानस जयन्ती मनायी जायेगी। रात्रि जागरण किया जायेगा।
प्रात: सन्ध्या वेला मीन लग्न में ४:३९ से ६:०७ बजे के मध्य ७ अप्रैल २०२५ सोमवार को कैकेयी नन्दन भरत का जन्मोत्सव मनाया जायेगा। शाक्त मतानुसार पूर्ण नवरात्रि व्रत की पारणा दशमी तिथि में आज ही सूर्योदय से सूर्यास्त पर्यन्त किया जायेगा। आज ही आश्लेषा नक्षत्र कर्क लग्न में मध्याह्न ११:५६ से २:१४ बजे के मध्य सुमित्रा नन्दन लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न का जन्मोत्सव मनाया जायेगा।