आजमगढ़:हम हवलदार हमें हेलमेट की क्या दरकार
रिपोर्ट:कमलाकांत शुक्ल
महराजगंज/आजमगढ़:आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर गौर करें तो दुर्घटना में होने वाली मौतों का ज्यादातर कारण हेलमेट व शीट बेल्ट का प्रयोग न करना तथा ट्रैफिक नियमों का उलंघन ही सामने आता है । इन सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जिले का पुलिस प्रशासन भी काफी संजीदा है । पुलिस उच्चाधिकारियों के निर्देश पर हर शाम चौक चौराहों पर तैनात हवलदार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को कदापि नहीं बख्शते तथा चालान काटने व जुर्माना वसूली के आंकड़े में भी पीछे नहीं रहते । चेकिंग के दौरान यदि कोई आम आदमी सब्जी खरीदने भी बिना हेलमेट के जाता दिख जाते तो बिना चालान काटे उसकी खैर नहीं होती है।हालांकि ट्रैफिक नियम लोगों को सुरक्षा प्रदान करते हैं इस लिए सख्ती भी होनी चाहिए किंतु आम आदमी के मन में इस पुलिसिया सख्ती के प्रति कुंठा तब जागृत होती है जब नियमों का पाठ पढ़ाने वाले लोग ही नियमों को तोड़ते नजर आते हैं । ज्यादातर वर्दीधारी तो यातायात नियमों को तोड़ना अपनी शान समझते हैं।कुछ ऐसा ही मामला शुक्रवार की शाम आजमगढ़ फैजाबाद हाईवे पर देखने को मिला जहां दो हवलदार बिना हेलमेट के रोड पर अगल-बगल बाइक चलाते एक दूसरे से बात करते हुए जा रहे थे । इस दौरान उन्हें रोड पर चलने वाले अन्य लोगों की असुविधा का जरा भी ध्यान नहीं था बल्कि उनकी बातें इतनी महत्वपूर्ण थीं जिसे गाड़ी पर ही पूरा करना जरूरी था।उक्त दृश्य लोगों को चर्चा का विषय दे रहा था कि क्या जिले के पुलिस कप्तान को अपने मातहतों की सुरक्षा का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है अथवा वह भी इसे पुलिसिया रूतबे के नजरिए से देखते हैं ।