पद्मश्री अनूप जलोटा ने स्टूडियो रीफ्यूल द्वारा आयोजित कार्यक्रम “कृष्णार्थ” में भजनों से किया भक्तिमय
Padmashri Anoop Jalota performed devotional songs in the program "Krishnartha" organized by Studio Refuel
मुंबई : भजन सम्राट और पद्मश्री अनूप जलोटा ने लगातार कई घंटों तक भजन गाकर मुम्बई के इस्कॉन में स्थित लोगों को भक्तिमय बना दिया। स्टूडियो रीफ्यूल द्वारा आयोजित किए गए इस कार्यक्रम “कृष्णार्थ” में अनूप जलोटा ने अपने भजनों से श्री कृष्ण जी की लीलाओं का वर्णन किया। इस अवसर पर लीजेंडरी गायक सुरेश वाडकर और घनश्याम वासवानी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।स्टूडियो रीफ्यूल के सीईओ इंडिया चैप्टर सचिन तैलंग और सीईओ दुबई चैप्टर रमन छिब्बर, कुमार ने पुष्पगुच्छ देकर दोनों महान गायकों का सम्मान किया। इस भक्ति भरी संगीतमय शाम में अनूप जलोटा ने अपने भजनों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भजन सम्राट अनूप जलोटा ने ऐसी लागी लगन, इतनी शक्ति हमें देना दाता जैसे भक्ति गीत गाकर सभी को भजन गुनगुनाने पर मजबूर कर दिया।पद्मश्री अनूप जलोटा ने इस मौके पर स्टूडियो रीफ्यूल और उससे जुड़ी पूरी टीम का आभार जताया और कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन केवल एक दिन में किया गया,जो बहुत बड़ी बात है। ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए। इसमें संगीत है, स्वर है, सन्देश और शांति भी है, इसलिए भक्ति संगीत को शाश्वत माना गया है। भक्ति संगीत सुनकर आपके ह्रदय और आत्मा को जो सुकून मिलता है वह बेमिसाल है।सुरेश वाडकर ने कहा कि इस्कॉन की यह शाम यादगार रहेगी। देश के इतने बड़े गायक अनूप जलोटा ने अपने भजनों से हम सब के दिलों को शांति पहुंचाई है। मैं स्टूडियो रीफ्यूल के कर्ताधर्ता कुमार जी का आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे इस कार्यक्रम में बुलाया।स्टूडियो रीफ्यूल के कुमार जी ने कहा कि बचपन से मैं अनूप जलोटा जी की आवाज़ सुनता आ रहा हूँ। मेरी मां भी इनके भजन ही सुनती थीं और आज भी मेरे घर पर इनकी आवाज़ गूंजती रहती है। अनूप जलोटा वह इंसान हैं जो भगवान स्वरूप धरती पर हैं। भक्तिमय कार्यक्रम की यह बस शुरुआत है, मैं आप सभी से वादा करता हूँ कि बहुत जल्द अनूप जलोटा का भजन कार्यक्रम बेहद भव्य रूप से बड़ी जगह पर आयोजित करूंगा जहां लाखों लोग शामिल होंगे। इस भक्तिमय संध्या के लिए अनूप जलोटा ने हामी भरी मैं उनका जीवन भर आभारी रहूंगा। हम सब उन्हें सुनकर बहुत लाभांवित हुए, दिल और आत्मा को जो सुकून मिला वह बस महसूस करने की चीज है। इस प्रकार के कार्यक्रमों का होते रहना बहुत जरूरी है जो समाज के लिए बेहद फायदेमंद है।