तहसीलों में आयोजित किया गया संपूर्ण समाधान दिवस
कुछ प्राप्त 131 प्रार्थना पत्रों में से मौके पर हो सका शीघ्र 20 समस्याओं का समाधान
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। जनपद के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। तहसील औराई में मंडलायुक्त डॉ.मुथुकुमार स्वामी बी,
डीएम विशाल सिंह, एसपी डॉ.मीनाक्षी कात्यायन,
अपर आयुक्त प्रशासन डॉ.विश्राम, एसडीएम बरखा सिंह, सीएमओ डॉ.संतोष कुमार चक, सीओ अजय कुमार चौहान, तहसील ज्ञानपुर में एडीएम वित्त एवं राजस्व कुंवर वीरेंद्र मौर्य, एएसपी डॉ.तेजवीर सिंह, एसडीएम अरूण गिरि एवं तहसील भदोही में एडीएम न्यायिक शिवनारायण सिंह व एसडीएम भान सिंह व अन्य अधिकारियो द्वारा फरियादियों की समस्याएं सुनी गई। मौके पर कुछ का निस्तारण किया गया।
इस दौरान मंडलायुक्त, डीएम व एसपी के समक्ष विभिन्न विभागो से संबंधित तहसील औराई में कुल 68 फरियादियों के द्वारा अपनी समस्याएं सुनाई गई। जिसमें से मौके पर 9 शिकायतों का त्वरित निस्तारण करते हुए शेष शिकायतों का ससमय व प्रभावी समाधान सुनिश्चित कराने का निर्देश दिए। इसी तरह
तहसील भदोही में अधिकारियों के समक्ष कुल प्राप्त 35 में से 5 प्रार्थना पत्रों को मौके पर ही निस्तारित करते हुए शेष 30 प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभाग के अधिकारियो को निर्धारित समय सीमा के अंदर गुणवत्तापूर्ण ढंग से करने के निर्देश दिए गए। तहसील ज्ञानपुर में संबंधित अधिकारियों द्वारा प्राप्त शिकायत 28 में से 6 का त्वरित निस्तारण करते हुए शेष के लिए राजस्व व पुलिस टीम को निस्तारण के लिए निर्देशित किया गया। कमिश्नर ने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस पर प्राप्त प्रार्थना पत्रो को अधिकारी गुणवत्तापूर्ण ढंग से एक सप्ताह केे अंदर निस्तारण कराना सुनिश्चित कराएं। गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न पाए जाने पर संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंडलयुक्त ने तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, एआर कोऑपरेटिव, प्रभागीय वनाधिकारी सहित बिना बताए अनुपस्थित अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। जिला समाज कल्याण अधिकारी, खंड विकास अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी औराई, जिला दिव्यांगजन अधिकारी द्वारा बाद में उपस्थित होकर मंडलायुक्त को बताया कि जनपद में ही रहकर अन्य प्रशासकीय कार्य संपादित करा रहे थे। कागज में मृतक घोषित लगभग 90 वर्षीय अंध बुजुर्ग महिला ने अपने परिजनों के साथ अपने जिंदा होने का प्रध्यक्ष प्रमाण उपस्थित होकर अपने पेंशन को सुचारू रूप से प्राप्त करने की फरियाद लगाईं। जिस पर मंडलायुक्त ने मृतक प्रमाण पत्र बनाने वाले कार्मिक पर एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया।