सचिन तेंदुलकर को फिर से मैदान पर देखने के लिए बेहद उत्साहित : सुनील गावस्कर
Very excited to see Sachin Tendulkar on the field again: Sunil Gavaskar
नई दिल्ली:। क्रिकेट जगत में इंटरनेशनल मास्टर्स लीग (आईएमएल) की घोषणा से हलचल मच गई है। यह एक फ्रेंचाइजी-आधारित T20 टूर्नामेंट है, जो इस साल से शुरू होगा।
यह छह टीमों वाली लीग दो क्रिकेट आइकॉन, सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर की सोच का परिणाम है।
आईएमएल हर साल होने वाला टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट होगा, जिसमें शुरुआत में छह क्रिकेट खेलने वाले देशों – भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, वेस्ट इंडीज, इंग्लैंड और श्रीलंका के क्रिकेट सितारे खेलेंगे।
तेंदुलकर की वापसी से करोड़ों प्रशंसकों के बीच एक बार फिर रोमांच लौटने वाला है, जो मास्टर ब्लास्टर की बल्लेबाजी का जादू देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सुनील गावस्कर को लीग का कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
आईएएनएस से विशेष बातचीत में गावस्कर ने लीग को लेकर अपने विचार साझा किए। इंटरव्यू अंश:
आईएएनएस: इंटरनेशनल मास्टर्स लीग पूर्व क्रिकेटरों में नया जोश लाएगी। आप इस उत्साह को कैसे देखते हैं?
गावस्कर: हां, आईएमएल निश्चित रूप से पूर्व खिलाड़ियों में फिर से ऊर्जा भर देगी क्योंकि उन्हें एक बार फिर से अपने देश के लिए खेलने का मौका मिलेगा, भले ही यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं, लेकिन एक ऐसे टूर्नामेंट में होगा जो अंतरराष्ट्रीय जैसा ही खेला जाएगा।
आईएएनएस: सचिन तेंदुलकर फिर से मैदान में उतरेंगे और इस खबर से प्रशंसक पहले ही उत्साहित हैं। इस मेगा शो के लिए लीग की क्या योजनाएं हैं?
गावस्कर: सचिन हमेशा युवा और ताजगी से भरे रहते हैं। वह सिर्फ भारतीय नहीं, बल्कि हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में बसते हैं। इसलिए उनके फिर से मैदान में उतरने को लेकर बहुत उत्साह और बेसब्री है। वह हर खेल को पूरी लगन से खेलते हैं, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि आगे कुछ रोमांचक पल देखने को मिलेंगे।
आईएएनएस: केवल तीन ही स्थल क्यों चुने गए हैं? क्या इसे अन्य प्रमुख स्थानों तक बढ़ाने की योजना है?
गावस्कर: पहले सीजन के लिए केवल तीन स्थल होंगे, लेकिन जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ेंगे, और भी स्थानों पर आईएमएल का आयोजन हो सकेगा।
आईएएनएस: आप लीग के कमिश्नर हैं, इस भूमिका को आप कैसे देखते हैं? कितनी चुनौतीपूर्ण होगी यह भूमिका?
गावस्कर: बतौर कमिश्नर, मेरी भूमिका यह सुनिश्चित करना है कि लीग बिना किसी दिक्कत के सुचारू रूप से चले। खिलाड़ियों को पता है कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है और वे पर्याप्त अनुभवी हैं, इसलिए टीमों के बीच किसी समस्या के पैदा होने की संभावना कम है। इस लीग के विस्तार की संभावनाएं बहुत बड़ी हैं।