बलिया तहसीलदार कोर्ट से गायब हो रही फाइलें सदर तहसील बलिया में बड़े पैमाने चल रहा खेल कई वादकारी महीनों से उच्चाधिकारियों व तहलील का काट रहे चक्कर
रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स
बलिया। जिले के राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। सदर तहसीलदार कोर्ट से तो वादकारियों की पत्रवालियां ही गायब कर दी जा रही हैं। आलम यह है कि कई वादकारी तो महीनों से उच्चाधिकारियों व तहसील का चक्कर काट रहे हैं। बुधवार को एक प्रकरण में तहसीलदार कोर्ट के अहलमद ने तो लिख कर दे दिया कि उन्हें प्रभार में यह पत्रवालियां मिली ही नहीं हैं। सवाल यह उठता है कि आखिर फाइलें कहां गायब हो गई, किसने गायब कराई?
बता दे कि नरही थाना क्षेत्र के भरौली गांव निवासी ओमप्रकाश राय बीते छह माह से तहसीलदार कोर्ट में चल रहे मुकदमे की पत्रवालियां खोज रहे हैं। अलग- अलग मौजे की कुल पत्रवालियां गायब हैं। इस बाबत कई बार डीएम से लेकर एसडीएम से वह गुहार लगा चुके हैं, लेकिन फाइलें नहीं मिल रही है। एक अगस्त 2024 को ओमप्रकाश ने डीएम को शिकायती पत्र देकर बताया कि वर्ष 2021 से चल रहे विभिन्न मौजे की 10 फाइलों को गायब कर दिया गया है। जिसमें मौजा बघौना खुर्द, गोविन्दपुर खास, भरौली खास, चतुर्भुजतरी गंगबरार, मोहिदीनपुर मु भरौली, बिजौरा खास, गोविन्दपुर गंगबरार, पिण्डारी, भरौली गंगबरार व चतुर्भुजतरी खास से संबंधित हैं। बुधवार को अहलमद ने लिखकर दिया कि उन्हें प्रभार में यह फाइलें नहीं मिली हैं। जब इस बाबत तहसीलदार प्रवीण सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि फाइलें गायब नहीं हुई होगी। उसे खोजवाया जाएगा।